केंद्रीय कैबिनेट का फैसला… देश में धान का समर्थन मूल्य अब 2183 रुपए

नई दिल्ली। सरकार ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 143 रुपए बढ़ाकर इस खरीफ सत्र में 2,183 रुपए प्रति क्विंटल करने की बुधवार को घोषणा की जो पिछले एक दशक में दूसरी सबसे बड़ी वृद्धि है। इससे पहले वित्त वर्ष 2018-19 में धान के एमएसपी में सर्वाधिक 200 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई थी। वर्ष 2023-24 की खरीफ फसलों के लिए एमएसपी में 5.3 प्रतिशत से 10.35 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की गई है। कुल मिलाकर एमएसपी को 128 रुपये से 805 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने फसल वर्ष 2023-24 में उगाई जाने वाली और खरीफ विपणन सत्र (अक्टूबर-सितंबर) में खरीदी जाने वाली सभी अनिवार्य खरीफ फसलों के एमएसपी को मंजूरी दे दी। खाद्य मंत्री पीयूष गोयल ने बाद में संवाददाताओं से कहा, किसानों को एमएसपी में वृद्धि से ऐसे समय में लाभ होगा जब खुदरा मुद्रास्फीति में गिरावट की प्रवृत्ति दिख रही है। उन्होंने कहा, ‘‘कृषि में हम कृषि लागत और मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिशों के आधार पर समय-समय पर एमएसपी तय करते रहे हैं। इस वर्ष खरीफ फसलों के एमएसपी में वृद्धि पिछले कुछ वर्षों की तुलना में सबसे अधिक है। खरीफ अनाज में, ‘सामान्य ग्रेड’ धान का एमएसपी पिछले वर्ष के 2,040 रुपए से सात प्रतिशत (143 रुपये) बढ़ाकर 2,183रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है। वहीं धान की ‘ए’ ग्रेड किस्म का समर्थन मूल्य 2,060रुपए प्रति क्विंटल से 143 रुपए बढ़ाकर 2,203 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। ज्वार (हाइब्रिड) और ज्वार (मालदंडी) का एमएसपी क्रमशः 3,180रुपए और 3,225 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है, जो वर्ष 2022-23 में 2,970रुपए और 2,990रुपए से क्रमश: सात प्रतिशत और 7.85 प्रतिशत अधिक है। वर्ष 2023-24 के लिए मक्का का एमएसपी 6.5 प्रतिशत बढ़कर 2,090रुपए प्रति क्विंटल हो गया है जबकि रागी का एमएसपी 7.49 प्रतिशत बढ़ाकर 3,846 प्रति क्विंटल कर दिया गया है। अनाजों की कीमतों में दहाई अंक में वृद्धि होने के बारे में पूछे जाने पर गोयल ने कहा कि यह मुद्रास्फीति अन्य देशों की तुलना में कम है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह आय में वृद्धि के कारण अनाज की मांग में वृद्धि को दर्शाता है। दालों में मूंग का एमएसपी सबसे अधिक 10.35 प्रतिशत बढ़कर 8,558रुपए प्रति क्विंटल हो गया है जो वर्ष 2022-23 में 7,755 रुपये प्रति क्विंटल था। अरहर का समर्थन मूल्य 6.06 प्रतिशत बढ़ाकर 7,000 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है जबकि उड़द का एमएसपी 5.3 प्रतिशत बढ़ाकर 6,950 रुपए प्रति क्विंटल किया गया है। तिलहन में तिल का एमएसपी वर्ष 2023-24 में 10.28 प्रतिशत बढ़कर 8,635 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। मूंगफली का एमएसपी नौ प्रतिशत बढ़ाकर 6,377 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया। सोयाबीन (पीला) का एमएसपी 6.97 प्रतिशत बढ़ाकर 4,600 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया। नाइजर सीड का एमएसपी वर्ष 2023-24 में 6.13 प्रतिशत बढ़ाकर 7,734 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है जबकि सूरजमुखी बीज का एमएसपी 5.6 प्रतिशत बढ़ाकर 6,760 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है। नकदी फसलों में, कपास (लांग स्टेबल) और कपास (मीडियम स्टेबल) का एमएसपी क्रमशः 7,020 रुपए प्रति क्विंटल और 6,620रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है, जो वर्ष 2022-23 की तुलना में क्रमश: 10.03 प्रतिशत और 8.88 प्रतिशत अधिक है।

किसमें कितनी बढ़ोतरी

धान- 143 रुपए

ज्चार-210 रुपए

बाजरा-150 रुपए

रागी- 268 रुपए

मक्का-128 रुपए

तुअर-400 रुपए

मूंग-803 रुपए

उड़द-350 रुपए

मूंगफली-527 रुपए

बीएसएनएल में 4जी-5जी के लिए 89,047 करोड़

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल को 4जी एवं 5जी स्पेक्ट्रम आवंटित कर उसमें नई जान डालने के लिए 89,047 करोड़ रुपये के पुनरुद्धार पैकेज को मंजूरी दे दी है। बैठक में बीएसएनएल के लिए तीसरे पुनरुद्धार पैकेज को मंजूरी दी गई। इसके तहत बीएसएनएल के लिए कुल 89,047 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। सरकार की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, इस पैकेज का इस्तेमाल बीएसएनएल को 4जी एवं 5जी स्पेक्ट्रम आवंटित करने के लिए किया जाएगा। नया पैकेज मिलने के बाद बीएसएनएल का अधिकृत पूंजी आधार 1,50,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,10,000 करोड़ रुपए हो जाएगा। इस पैकेज के तहत बीएसएनएल को 46,338.6 करोड़ रुपए मूल्य का 700 मेगाहर्ट्ज बैंड स्पेक्ट्रम, 26,184.2 करोड़ रुपए मूल्य का 3300 मेगाहर्ट्ज बैंड, 6,564.93 करोड़ रुपए मूल्य का 26 गीगाहर्ट्ज बैंड और 9,428.2 करोड़ रुपए मूल्य का 2500 मेगाहर्ट्ज बैंड स्पेक्ट्रम आवंटित किया जाएगा।

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