‘हमें लगा कि शिकारी शिकार कर रहे हैं…’

-माफिया अतीक के बेटे असद के एनकाउंटर की कहानी चश्मदीद की जुबानी

  • उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी था असद, चल रहा था फरार
  • उत्तर प्रदेश पुलिस ने असद पर पांच लाख रुपये का घोषित किया था इनाम

(फोटो : गवाह)

इंट्रो

उमेश पाल हत्याकांड के बाद से फरार चल रहा माफिया से नेता बने अतीक अहमद का बेटा असद अहमद को यूपी पुलिस ने झांसी में एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने असद पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। असद के साथ शूटर गुलाम का भी एनकाउंटर किया गया है। आइए जानते हैं, इस एनकाउंटर के चश्मदीदों से घटना की तफसील…

लखनऊ। यूपी के झांसी जिले में पारीछा डैम के ब्रिज का काम चल रहा था। मजदूर अपने काम में व्यस्त थे। कोई पाइप डाल रहा था तो कुछ लोग बन रहे ब्रिज को निहार रहे थे। मगर, किसी को इस बात का इल्म नहीं था कि अभी कुछ ऐसा होने वाला है, जिससे ये इलाका यूपी ही नहीं देश में सुर्खियों में आ जाएगा और एक हत्यारोपी के खात्मे का गवाह बनेगा।

सुबह करीब 11 बजे से ब्रिज के काम में जुटे मजदूरों के हाथों में पाइप थे। इसी बीच ताबड़तोड़ फायरिंग फायरिंग होने लगी। मजदूरों को लगा कि कोई शिकारी आ गया है, जो गोलियां चला रहा है। इसी बीच हूं…हूं…हूं…हूं…हूं…हूं करती पुलिस की गाड़ी ने दस्तक दी। इसके बाद काम कर रहे मजदूर चौकन्ने हो गए और काम छोड़कर पुलिस की गाड़ी के पीछे चल पड़े। कुछ ही दूर चलने के बाद उन्हें रोक दिया गया। इस दौरान पता चला कि एनकाउंटर हुआ है। इसके बाद घटनास्थल के पास स्थानीय लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। इसके साथ ही पुलिस की अन्य गाड़ियां आने लगीं और पता चला कि माफिया अतीक अहमद का बेटे असद और उसका साथी शूटर मोहम्मद गुलाम एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया है। अब आपको बताते हैं उन लोगों की जुबानी जो ब्रिज पर काम कर रहे थे।

ब्रिज पर काम कर रहे जितेंद्र और प्रकाश की जुबानी

पारीछा डैम के ब्रिज पर काम कर रहे जितेंद्र और प्रकाश का कहना है, “सुबह 11 बजे से हम लोग अपने काम में बिजी थे। तभी फायरिंग की आवाज सुनाई दी। करीब 15 मिनट फायरिंग हुई। हमें लगा कि शिकारी होंगे जो कि शिकार कर रहे होंगे। इस वजह से हम लोगों ने इस बारे में ज्यादा कुछ सोचा भी नहीं। “इसी बीच पुलिस की एक गाड़ी आई। इसके बाद जब पुलिस की कई गाड़ियां आईं तब पता चला कि कुछ बड़ा हुआ है। इन गाड़ियों में एक गाड़ी पुलिस चौकी से आई, जिस पर हूटर बज रहा था। इसके बाद लोग दौड़े. तब पता चला कि मुठभेड़ हुई है।

जिंदा पकड़ने की हुई कोशिश

बताया जा रहा है कि असद और मोहम्मद गुलाम झांसी में बड़ागांव और चिरगांव थाना क्षेत्र के बीच पारीछा डैम के इलाके में छिपे बैठे थे। यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि असद और गुलाम को जिंदा पकड़ने की कोशिश की गई थी। मगर, इन्होंने एसटीएफ की टीम पर फायरिंग की. उसके बाद एनकाउंटर में मार गिराया गया। 12 पुलिसकर्मियों की टीम ने एनकाउंटर को अंजाम दिया है। उधर, इस एनकाउंटर को लेकर सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने यूपी एसटीएफ के साथ ही डीजीपी, स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था और पूरी टीम की सराहना की।

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