—-बठिंडा सैन्य ठिकाने पर बड़ी वारदात, पुलिस का दावा- आपसी गोलीबारी
खास बातें
00 दाे दिन पर इंसास राइफल और 28 गोलियां हो गई थी गुम
00 तड़के 4:35 बजे बरसीं गोलियां, आतंकी हमले से इंकार
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पंजाब के बठिंडा सैन्य ठिकाने के अंदर बुधवार तड़के करीब 04: 35 बजे फायरिंग की घटना हुई। इस घटना में चार जवान शहीद हो गए। सैन्य ठिकाने में क्विक रिएक्शन टीमों को सक्रिय कर दिया गया। पूरे इलाके को घेर लिया गया और सील कर दिया गया। हेलिकॉप्टर और ड्रोन से निगरानी की जा रही है। उधर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने घटना की जानकारी दी है। वहीं पुलिस का दावा है कि यह आतंकी हमला नहीं, आपसी गोलीबारी की घटना है।
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बठिंडा/ नई दिल्ली। पंजाब के बठिंडा में सैन्य ठिकाने पर बुधवार तड़के हुई गोलीबारी में चार सैनिक शहीद हो गए। राज्य पुलिस ने इसे ‘आपस में हुई गोलीबारी’ की घटना बताया है। सेना ने बताया था कि गोलीबारी की घटना सुबह करीब साढ़े चार बजे हुई, जिसके बाद त्वरित प्रतिक्रिया दल तत्काल सक्रिय हो गए और उन्होंने इलाके की घेराबंदी की। सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान ने एक बयान में कहा, इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में सेना के चार जवानों की जान चली गई। किसी अन्य के घायल होने या संपत्ति को किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। बयान के अनुसार, दो दिन पहले एक इंसास राइफल और उसकी 28 गोलियां गुम होने के साथ साथ, मामले से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। जानकारी के मुताबिक सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को पूरे मामले की जानकारी दी है। पंजाब के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एस.पी.एस परमार ने फोन पर बताया, यह कोई आतंकवादी हमला नहीं है, किसी बाहर वाले ने हमला नहीं किया। यह आपस में हुई गोलीबारी की घटना है। उन्होंने कहा, हम सेना के अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं।
बठिंडा छावनी पुलिस थाने के थाना प्रभारी गुरदीप सिंह ने बताया कि मामले में अबतक किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है। जब उनसे पूछा गया कि किसने गोलीबारी की तो उन्होंने कहा कि अभी उनके पास इस संबंध में कोई सूचना नहीं है। जब पूछा गया कि क्या इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है तो थाना प्रभारी ने कहा, हम मामले में प्राथमिकी दर्ज करेंगे।उनसे पूछा गया कि राइफल गुम होने की खबर पुलिस को कब दी गई तो उन्होंने बताया कि मंगलवार शाम को इसकी सूचना दी गई थी।
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एसएसपी बोले- आतंकवादी हमला नहीं
बठिंडा के एसएसपी ने कहा, यह कोई आतंकवादी हमला नहीं है। यह एक आंतरिक मामला है, यह आपस में हुई गोलीबारी का मामला प्रतीत होता है। हमारे जांच दल सभी फॉरेंसिक उपकरणों के साथ (सैन्य स्टेशन) अंदर पहुंच गए हैं। जांच की जा रही है। सेना ने कहा कि इलाके को सील कर दिया है। मामले के तथ्यों का पता लगाने के लिए पंजाब पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त जांच की जा रही है।
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सफेद कपड़े में दो नकाबपोश… एक के हाथ में राइफल, एक के में कुल्हाड़ी
पंजाब के बठिंडा में सैन्य ठिकाने गोलीबारी मामले में एफआईआर के अनुसार चार जवान अपनी ड्यूटी के बाद अपने कमरे में सो रहे थे। तभी सफेद कुर्ता पजामा पहने दो नकाबपोश हमलावरों ने उन पर गोलियां चला दीं। एक हमलावर के दाहिने हाथ में इंसास राइफल थी और दूसरे के हाथ में कुल्हाड़ी। इन दोनों को सुबह फायरिंग के बाद मैस की पिछली तरफ जंगल में जाते हुए देखा गया। मैस के पास स्टाफ के रुकने के लिए बनी बैरक में चारों जवानों को सोते हुए इंसास रायफल से गोलियां मारी गईं। जान गंवाने वाले जवानों के नाम- गनर सागर, गनर कमलेश, गनर योगेश कुमार और गनर संतोष है। सभी की उम्र 25 से 30 साल के बीच है।
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9 अप्रैल को गुम हुई थी राइफल
घटना में इस्तेमाल इंसास राइफल 9 अप्रैल को गुम हुई थी। ये रायफल लान्स लायक मूपदी हरीश के नाम पर 31 मार्च 2023 को अलॉट है। पंजाब पुलिस ने मेजर आशुतोष शुक्ला के बयान पर हत्या और आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान के बयान के अनुसार, इंसास राइफल और उसकी 28 गोलियां गुम होने के साथ साथ, मामले से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
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सेना और पुलिस की संयुक्त टीमें कर रही जांच
भारतीय सेना ने कहा कि बठिंडा मिलिट्री स्टेशन फायरिंग की घटना में सर्च टीम ने मैगजीन के साथ इंसास राइफल बरामद की है। सेना और पुलिस की संयुक्त टीमें अब और जानकारी हासिल करने के लिए हथियार का फोरेंसिक विश्लेषण करेंगी। पंजाब पुलिस के साथ संयुक्त जांच जारी है। हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।
इन जवानों ने गंवाई जान
ड्राइवर एमटी संतोष
ड्राइवर एमटी कमलेश
ड्राइवर एमटी सगरबान
गनर योगेश कुमार
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तलवंडी साबो से मात्र 35 किलोमीटर दूर
बठिंडा के तलवंडी साबो में दो दिन बाद खालसा साजना दिवस पर लाखों की सिख संगत इकट्ठे होने वाली है। इसी के मद्देनजर पिछले कई दिनों से बठिंडा में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई थी। चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा था। ऐसे में फायरिंग की आवाज से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई। बुधवार तड़के जहां फायरिंग हुई वह क्षेत्र तलवंडी साबो से मात्र 35 किलोमीटर दूर है।
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