-केजरीवाल, केसीआर, ममता, अखिलेश सबने किया कांग्रेस नेता का खुलकर समर्थन
- पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष की लोकसभा सदस्यता की गई है समाप्त
 
-इस मसले पर तमाम विपक्षी दल आ गए हैं एक साथ
इंट्रो
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड से लोकसभा सांसद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता समाप्त करने का विपक्षी दलों ने जमकर विरोध किया है और इसे भाजपा की तानाशाही करार दिया है। राहुल पर लिए गए इस एक्शन के खिलाफ सभी विपक्षी दल एक साथ आ गए हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी, बीआरएस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर राव आदि ने खुलकर राहुल के समर्थन में बयान दिए हैं और हालिया फैसले को मोदी सरकार की तानाशाही करार दिया है। .
नई दिल्ली। लोकसभा सचिवालय ने शुक्रवार को राहुल गांधी कोअयोग्य करार दिया है। इसको लेकर हर तरफ से प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में दिए गए अपने भाषण में मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट भी किया, “लोकसभा से राहुल गांधी का निष्कासन चौंकाने वाला है। देश बहुत कठिन दौर से गुजर रहा है। पूरे देश को इन्होंने डरा कर रखा हुआ है। 130 करोड़ लोगों को इनकी अहंकारी सत्ता के खिलाफ एकत्र होना होगा। “मैं नहीं समझता कि आजाद भारत में कोई 12वीं पास प्रधानमंत्री हुआ है। उनसे सरकार चलती नहीं है, अहंकार उनका सातवें आसामन पर हैं। सवेरे से शाम तक इसको जेल भेजो, इसकी सदस्यता रद्द करो। सवेरे से शाम तक यही चलता रहता है। जो लोग देश को तबाह करना चाहते हैं, वो बीजेपी में रहो, जो देश को बचाना चाहते हैं वो बीजेपी छोड़ दो।”
-मोदी के न्यू इंडिया में निशाने पर विपक्षी नेता : ममता
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राहुल का खुलकर समर्थन किया है। उन्होंने कहा, “पीएम मोदी के न्यू इंडिया में बीजेपी के निशाने पर विपक्षी नेता हैं। जहां आपराधिक पृष्ठभूमि वाले भाजपा नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाता है, वहीं विपक्षी नेताओं को उनके भाषणों के लिए अयोग्य ठहराया जाता है। आज, हमने अपने संवैधानिक लोकतंत्र के नए निचले स्तर को देखा है।”
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- मोदी के तानाशाही की पराकाष्ठा
 
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद की सदस्यता रद्द होने पर बीआरएस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा, भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में ये सबसे काला दिन है। राहुल की संसद से अयोग्यता नरेंद्र मोदी के अहंकार और तानाशाही की पराकाष्ठा है। मोदी सरकार न केवल संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है, बल्कि अपनी जघन्य गतिविधियों के लिए सर्वोच्च लोकतांत्रिक मंच, संसद का भी इस्तेमाल कर रही है। ”
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लोकतंत्र का धब्बा
आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा, “यह शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है और संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में इससे बड़ा धब्बा कुछ नहीं हो सकता। “
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चोर को चोर कहना अपराध हो गया
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा है कि यह सीधे तौर पर लोकतंत्र की हत्या है। चोर को चोर कहना हमारे देश में अपराध हो गया है। चोर-लुटेरे अभी भी आजाद हैं और राहुल गांधी को सजा मिल गई है। यह लोकतंत्र का सीधा मर्डर है।
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भाजपा छीन रही सदस्यता
उत्तर प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, भाजपा सरकार ने शासन-प्रशासन की मदद से कई लोगों की सदस्यता ली है। हमारे कई नेताओं के साथ पूर्व में ऐसा हुआ अब कांग्रेस के बड़े नेता की सदस्यता का नंबर आ गया है।
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इतनी तेज कार्रवाई से स्तब्ध
शशि थरूर ने ट्वीट किया, अदालत के फैसले के 24 घंटे के भीतर और अपील प्रक्रिया में होने के दौरान इतनी तेजी से इस कार्रवाई पर मैं स्तब्ध हूं। यह राजनीति की सीधी लड़ाई है और यह हमारे लोकतंत्र के लिए अशुभ संकेत है।
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फासीवादी तरीका
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा, राहुल को एक राजनीतिक भाषण के लिए दायर एक मामले में अदालत के फैसले का हवाला देते हुए अयोग्य घोषित कर दिया गया है। विरोध को दबाने के लिए बल प्रयोग का यह एक फासीवादी तरीका है। –
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भारत-नेपाल बॉर्डर पर अमृतपाल के लगे पोस्टर
-भारत से भागने की फिराक में खालिस्तानी नेता
-खुफिया विभाग अलर्ट
सोनौली। नेपाल भागने की आशंका को देखते हुए भारत-नेपाल सीमा सोनौली पर अमृतपाल और पपलप्रीत के पोस्टर लगे हैं। पंजाब से फरार चल रहे ‘वारिस पंजाब दे’ के अमृतपाल सिंह की तलाश में भारत-नेपाल सीमा पर अलर्ट जारी किया गया है। सोनौली बॉर्डर पर अमृतपाल और पपलप्रीत के पोस्टर लगाए गए हैं।सशस्त्र सीमा बल और पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है। भारत से नेपाल आने जाने वाले वाहनों और यात्रियों की सघन जांच की जा रही है। वहीं होटलों, बस पार्क और सार्वजनिक स्थलों पर भी पुलिस की पैनी नजर बनी है। बताया जा रहा है कि अमृतपाल 19 मार्च की रात को हरियाणा के शाहाबाद आया था और वहां से अपने सहयोगी पपलप्रीत के साथ फरार हो गया। अमृतपाल जब से फरार हुआ है, उसने न केवल हुलिया बदला, बल्कि वाहन भी बदल रहा है। इसको लेकर सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह चौकन्ना हैं। सरहद के सभी नाकों पर जवान सतर्कता बरत रहे हैं।
अलर्ट पर खुफिया विभाग
सीमा पर खुफिया विभाग दो दिन से ही अलर्ट पर है, वहीं भारतीय खुफिया विभाग नेपाल प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। पोखरा, काठमांडों के रास्तों पर नेपाल पुलिस की भी पैनी नजर है। कुछ महीने पहले ही भारतीय खुफिया विभाग ने अलर्ट किया जारी किया था कि बांग्लादेश, पाकिस्तान के आतंकी संगठन, खालिस्तान विद्रोहियों से मिल कर नेपाल में भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। सोनौली ही नहीं बल्कि महराजगंज जिले से लगी 84 किलोमीटर की सीमा पर सभी नाको पर अमृतपाल और पपलप्रीत की तस्वीरें चस्पा कर दी गई हैं। सोनौली प्रभारी निरीक्षक अभिषेक सिंह ने बताया कि जब से अमृतपाल सिंह के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया गया है, तभी से सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। एजेंसी अलर्ट मोड पर हैं। नेपाल जाने वाले सभी लोगों और वाहनों की सघनता से जांच की जा रही है, जांच के बाद ही लोगों नेपाल जाने की अनुमति दी जा रही है।
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