- रूसी राष्ट्रपति के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी करने पर भड़के
-अपराध अदालत को वारंट जारी करने पर गंभीर परिणाम भुगतने का ऐलान
- टेलीग्राम पर जारी किया बयान, आसमान पर निगाह रखने की दी सलाह
(फोटो : मेदवेदेव)
मास्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी और रूस की सुरक्षा परिषद के डिप्टी चेयरमैन दमित्री मेदवेदेव ने अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत के जजों को धमकाया है। मेदवेदेव ने कहा कि अपराध अदालत को रूसी राष्ट्रपति के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने के गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। बता दें कि यूक्रेन में युद्ध के चलते बड़ी संख्या में बच्चों के पलायन के लिए आईसीसी ने पुतिन को दोषी ठहराया है। रूसी मीडिया के अनुसार, दमित्री मेदवेदेव ने टेलीग्राम पर जारी एक बयान में कहा कि अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत ने एक परमाणु शक्ति संपन्न ताकत के राष्ट्रपति पर ट्रायल चलाने का फैसला किया है, जबकि हम उसका हिस्सा भी नहीं हैं। मेदवेदेव ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत के जजों को एक बड़ी परमाणु शक्ति के खिलाफ कदम नहीं उठाना चाहिए। सभी लोग भगवान और मिसाइलों के प्रति जवाबदेय हैं। ऐसा भी हो सकता है कि उत्तरी समुद्र से एक हाइपरसोनिक रूसी मिसाइल हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत पर गिर जाए। मेदवेदेव ने अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत के जजों को आसमान पर निगाह रखने की सलाह दी है।
आईसीसी ने जारी किया है वारंट
मेदवेदेव ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। यह गिरफ्तारी वारंट रूसी राष्ट्रपति पर यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छोड़ने के लिए जारी किया गया है। हालांकि इस गिरफ्तारी वारंट पर रूसी सरकार ने कहा है कि वह आईसीसी के क्षेत्राधिकार को नहीं मानता। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यूक्रेन पर रूस के हमले के चलते यूक्रेन के 16,226 बच्चों को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी पुतिन के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट को सही ठहराया है।
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