चैटजीपीटी बीमारी के लिए बता रहा सटीक दवा, डॉक्टर हैरान

-नए वर्जन ने दुनिया को किया हैरान

(फोटो : जीपीटी)

नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प-समर्थित स्टार्टअप ओपनएआई ने चैटजीपीटी का नया वर्जन GPT-4 रोलआउट कर दिया है। कहा जा रहा है कि यह एक शक्तिशाली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल है, जो पहले से ज्यादा क्रिएटिव, भरोसेमंद और सटीक जानकारी देता है। नए वर्जन को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह सवालों के ज्यादा सटीक जवाब दे रहा है। यहां तक की बीमारी के लिए सही दवा भी बता दे रहा है। वहीं GPT-3.5 का रिस्पांस लगभग 3,000 शब्दों तक सीमित है, जबकि ChatGPT 4, 25 हजार से अधिक शब्दों में भी जवाब दे सकता है।

GPT-4 में क्या है नया?

रिसर्चर का कहना है कि GPT-3.5 के मुकाबले नया GPT-4 सवालों के सटीक जवाब दे रहा है। दरअसल, अमेरिका में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक पर रिसर्च कर रहे ओरेन एटजियोनी ने ChatGPT के पिछले वर्जन और GPT-4 से एक जैसे कई सवाल किए और उनकी जांच की। जांच में GPT-4 के रिजल्ट चौकाने वाले हैं। रिसर्चर का कहना है कि पहले वाला ChatGpt सिर्फ टेक्स्ट की भाषा को समझ सकता था, लेकिन नए वर्जन में इमेज को भी सवाल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। यानी GPT-4 टेक्स्ट के साथ इमेज को भी समझ सकता है।

रेसिपी के आईडिया दे रहा GPT-4

ओपनएआई के को-फाउंडर ग्रेग ब्रोकमैन का कहना है कि ChatGPT का नया वर्जन खाने की रेसिपी के आईडिया भी दे रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने अपने फ्रिज में रखे खाने के सामानों की फोटो क्लिक की और चैटबॉट से सवाल पूछा कि फ्रिज में रखे इन सामानों से हम कौन सी डिश बना सकते हैं? इसके बाद GPT-4 ने फ्रिज में रखे खाने के सामान के आधार पर उन्हें बताया कि उन्हें खाने में कौन सी चीज या रेसिपी बनानी चाहिए। GPT-4 ने ब्रोकमैन को दो डिश के बारे में आइडिया और डिश बनाने का तरीका भी बताया।

बीमारी के लिए बता रहा सटीक दवा

सिर्फ रेसिपी ही नहीं चैटजीपीटी का नया वर्जन बीमारी के लिए सटीक दवा भी बता रहा है। इसको लेकर यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ केरोलिना के प्रोफेसर अनिल गेही दावा किया है। प्रोफेसर अनिल ने बताया कि GPT-4 जिस तरह के इलाज और दवा का सुझाव दे रहा है उसे देखकर लगता है कि वह मेडिकल साइंस का एक्सपर्ट बन गया है।

दरअसल, प्रोफेसर अनिल के पास इलाज कराने के लिए एक मरीज आया था, जिसकी बीमारी के बारे में प्रोफेसर ने GPT-4 से पूछा कि इस बीमारी का इलाज किस तरह से किया जाना चाहिए? आप जानकर हैरान हो जाएंगे। GPT-4 ने उसी तरह से बीमारी का इलाज करने और दवा देने का सुझाव दिया, जो प्रोफेसर अनिल सोच रहे थे। सिर्फ इतना ही नहीं चैटबॉट ने दवा के कंपाउंड और दवा को खाने के बाद शरीर पर पड़ने वाले असर तक के बारे में जानकारी बता दी।

GPT-4 का कौन कर सकता है इस्तेमाल?

नया GPT-4 टेक्स्ट के साथ इमेज को भी समझ सकता है। हालांकि, फिलहाल टेक्स्ट इनपुट सुविधा ही चैटजीपीटी प्लस यूजर्स और सॉफ्टवेयर डेवलपर को दी गई है। अब तक टेक्स्ट के साथ इमेज इनपुट वाली सुविधा उपलब्ध नहीं की गई है। बता दें कि मेंबरशिप प्लान को इसी साल फरवरी में जारी किया गया है। इसकी लागत 20 डॉलर प्रति माह है। इसके साथ फास्ट रिस्पांस और कई नए फीचर्स मिलते हैं।

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