हैदराबाद। भारत की महान टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने ‘खुशी के आंसुओं’ के साथ रविवार को एक खिलाड़ी के तौर पर अपनी शानदार यात्रा का समापन उसी स्थान से किया, जहां से उन्होंने इसकी शुरुआत की थी। सानिया ने हैदराबाद के लाल बहादुर टेनिस स्टेडियम में प्रदर्शनी मैचों में खेलकर अपने पथ-प्रदर्शक सफर को आखिरकार अलविदा कह दिया जहां उन्होंने करीब दो दशक पहले ऐतिहासिक डब्लूटीए एकल खिताब के साथ बड़े मंच पर अपने आगमन के संकेत दे दिए थे। इन प्रदर्शनी मैचों में रोहन बोपन्ना, युवराज सिंह और उनकी सबसे अच्छी मित्र बेथानी माटेक सैंड्स शामिल थीं। प्रदर्शनी मैचों को देखने पहुंचने वालों में केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन सहित कई हस्तियां शामिल थीं।
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0 दो मिश्रित युगल प्रदर्शनी मैच खेले और दोनों जीते
छत्तीस वर्षीय सानिया लाल रंग की कार में स्टेडियम पहुंची और कई नामी गिरामी हस्तियों सहित दर्शकों ने तालिया बजाकर उनका अभिनंदन किया। सानिया अपने विदाई भाषण में भावुक हो गई, उन्होंने कहा कि उनके लिए सबसे बड़ा सम्मान देश के लिए 20 साल तक खेलना रहा है। छह बार की ग्रैंडस्लैम विजेता ने दो मिश्रित युगल प्रदर्शनी मैच खेले और दोनों जीते। सानिया ने यहां इस स्थल पर कई यादगार खिताब जीते हैं जिसे किसी उत्सव की तरह सजाया गया जिस पर ‘सेलीब्रेटिंग द लीगेसी ऑफ सानिया मिर्जा’ जैसे बैनर लगे थे।
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0 प्रशंसकों ने किया चीयर
कुछ प्रशंसकों ने ‘प्लेकार्ड’ पकड़े हुए थे जिस पर लिखा था, ‘थैंक यू फॉर द मैमोरिज’ और ‘वी विल मिस यू, सानिया’ लिखा था। दर्शकों में ज्यादातर स्कूल के बच्चे थे और जैसे ही सानिया ने कोर्ट में कदम रखा, वे ‘चीयर’ करने लगे। मैच से पहले सानिया ने कहा, ‘मैं आप सभी के सामने अपना अंतिम मैच खेलने के लिए काफी उत्साहित हूं।
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0 रीजीजू ने देखा विदाई मैच
पूर्व खेल मंत्री रीजीजू, तेलंगाना के मंत्री केटी रामा राव, अजहरूद्दीन और युवराज स्टेडियम में मौजूद दर्शकों में शामिल थे। रीजीजू ने कहा, ‘मैं सानिया मिर्जा के विदाई मैच के लिए ही हैदराबाद आया हूं। मैं यहां इतने सारे लोगों को देखकर खुश हूं। सानिया मिर्जा सिर्फ भारतीय टेनिस के लिए ही नहीं बल्कि भारतीय खेलों के लिए भी प्रेरणास्रोत हैं। जब मैं खेल मंत्री था तो मैं उनके संपर्क में रहता था। मैं उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।’ मैच के बाद रामा राव और तेलंगाना के खेल मंत्री वी श्रीनिवास गौड़ ने सानिया को सम्मानित किया।
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0 छह ग्रैंड स्लैम सहित कॅरियर में जीतीं 43 ट्रॉफी
जूनियर लेवल पर सानिया ने 10 सिंगल्स और 13 डबल्स टाइटल जीते। 2001 में सीनियर लेवल पर डेब्यू करने के बाद 2003 में उन्होंने अपना प्रोफेशनल टेनिस कॅरियर शुरू किया। 16 साल की उम्र से प्रोफेशनल टेनिस कॅरियर शुरू करने के बाद सानिया ने सिंगल्स, विमेंस डबल्स और मिक्स्ड डबल्स में 20 साल तक टेनिस खेला। इनमें 6 ग्रैंड स्लैम के अलावा उन्होंने कुल 43 ट्रॉफी जीतीं। 2005 में उन्होंने पहली बार डब्लूटीए सिंगल्स का टाइटल जीता था। इसके अलावा वह 2 बार फ्रेंच ओपन और 3 बार ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने के करीब पहुंची थीं, लेकिन खिताब नहीं जीत सकीं।
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