नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की जयंती के मौके पर यहां स्थित तीन मूर्ति भवन परिसर में नवनिर्मित प्रधानमंत्री संग्रहालय का उद्घाटन किया।
पीएम नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली में ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ का उद्घाटन किया। म्यूजियम का पहला टिकट मोदी ने खरीदा और संग्रहालय को देखा। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ के माध्यम से आजाद भारत का इतिहास जाना जा सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की एक स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा रही है। कुछ ही मौके ऐसे रहे हैं, जब लोकतंत्र की इस स्वस्थ परंपरा का पालन नहीं किया गया। भारत को आज इस मुकाम पर पहुंचाने में प्रत्येक सरकार की भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ ऐसे समय में प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत है, जब देश अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक दो अपवाद छोड़ दें, तो हमारे यहां लोकतंत्र को लोकतांत्रिक तरीके से मजबूत करने की गौरवशाली परंपरा रही है। उनकी इस टिप्पणी को आपातकाल से जोड़कर देखा जा रहा है।
भारत की गाथा का वर्णन
यह संग्रहालय स्वतंत्रता के पश्चात देश के प्रधानमंत्रियों के जीवन और उनके योगदान के माध्यम से लिखी गई भारत की गाथा का वर्णन करता है। प्रधानमंत्री संग्रहालय दिल्ली के तीन मूर्ति परिसर में निर्मित है और इसमें देश के 14 पूर्व प्रधानमंत्रियों के जीवन की झलक के साथ साथ राष्ट्रनिर्माण में उनका योगदान दर्शाया गया है।
संग्रहालय में 43 दीर्घाएं
इस संग्रहालय में कुल 43 दीर्घाएं हैं। नवीनता और प्राचीनता के मिले-जुले रूप का प्रतीक यह संग्रहालय पूर्व तीन मूर्ति भवन के खंड-एक को नव-निर्मित भवन के खण्ड-दो से जोड़ता है। दोनों खण्ड का कुल क्षेत्रफल 15,600 वर्ग मीटर से अधिक है। यह संग्रहालय स्वतंत्रता संग्राम के प्रदर्शन से शुरू होकर संविधान के निर्माण तक की गाथा बताता है कि कैसे हमारे प्रधानमंत्रियों ने विभिन्न चुनौतियों के बावजूद देश को नई राह दी और देश की सर्वांगीण प्रगति को सुनिश्चित किया।
मोदी ने किया प्रधानमंत्री संग्रहालय का उद्घाटन, -कहा- भारत को महान बनाने में प्रत्येक सरकार की भूमिका

