-अमेरिका 50 करोड़ डॉलर के नए हथियार देगा यूक्रेन को
-जेवलिन मिसाइल, होवित्जर तोप और गोले मिलेंगे जेलेंस्की को
-रूस-यूक्रेन जंग के 24 फरवरी को होंगे एक साल पूरे
नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन युद्ध को एक साल पूरे होने को हैं। जमीन पर स्थिति अभी भी विस्फोटक बनी हुई है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन सोमवार को अचानक ही यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे। यहां उन्होंने युद्धग्रस्त देश के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की। जो बाइडन ने कहा कि हम यूक्रेन के साथ हैं और यदि उसे कोई भी जरूरत होगी तो वह पूरी की जाएगी। यूक्रेन पर हमला करने के पीछे व्लादिमीर पुतिन का जो मकसद था, वह पूरी तरह से फेल रहा है। यूक्रेन में राष्ट्रपति निवास पर बाइडन ने अपने यूक्रेनी समकक्ष वोलोदिमीर जेलेंस्की और उनकी पत्नी ओलेना से भी मुलाकात की। बाइडन ने कहा कि अमेरिका यूक्रेन को 50 करोड़ डॉलर के नए हथियार देने जा रहा है। इसमें जेवलिन मिसाइल, होवित्जर तोप और गोले शामिल हैं।
ट्रेन से पहुंचे यूक्रेन
बाइडन पोलैंड जाने वाले थे और इससे पहले वह कीव पहुंच गए। उनका यह सरप्राइज दौरा निश्चित तौर पर रूस को चिढ़ाने वाला है। अमेरिकी मीडिया की मानें तो बाइडन के इस दौरे को पूरी तरह से सीक्रेट रखा गया था। किसी को भी इसकी भनक तक नहीं लगी कि बाइडन, यूक्रेन जा रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की तरफ से कहा गया कि रविवार रात व्हाइट हाउस की तरफ से राष्ट्रपति के दौरे के बारे में सार्वजनिक जानकारी दी गई थी। बताया गया था कि वह सोमवार शाम को पोलैंड पहुंचेंगे। जबकि वह पहले ही आधा रास्ता तय कर चुके थे। 24 घंटे तक उनका दौरा सीक्रेट रखा गया था। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक बाइडन पोलैंड के बॉर्डर से ट्रेन के जरिए यूक्रेन पहुंचे हैं।
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यूक्रेन के लोगों को कहा-हीरो
प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले बाइडन ने जेलेंस्की से खास वार्ता की। इस दौरान बाइडन ने कहा कि वह जेलेंस्की के साथ पूरी दुनिया के बारे में बात करना चाहते हैं। बाइडन ने इस दौरान यूक्रेन के नागरिकों की भी तारीफ की। उन्होंने यूक्रेनी नागरिकों को हीरो करार दिया है। उनका कहना था कि मिलिट्री उपकरणों के बिना भी जिस तरह से यूक्रेन ने जंग लड़ी है, वह काबिल-ए-तारीफ है।
बाइडन ने किया उकसावे का काम
हालांकि रणनीतिक मामलों के जानकारों का कहना है कि बाइडन की यह विजिट युद्ध में उकसावे वाला काम कर सकती है। इस यात्रा से रूस की इस बात को मजबूती मिलेगी कि यूक्रेन के बहाने पूरा पश्चिमी जगत ही उसके खिलाफ उतर गया है। ऐसे में वह नाटो देशों से अपनी सुनिश्चित करने के लिए यूक्रेन में जंग लड़ रहा है।
बाइडन की विजिट से जर्मनी खुश
इस बीच जर्मनी ने बाइडन के दौरे पर खुशी जाहिर की है। जर्मन सरकार के प्रवक्ता स्टीफेन हेबेस्ट्रेट ने कहा कि बाइडन की यात्रा एक अच्छा संकेत है। वहीं बाइडन ने कहा कि पुतिन का हमला करने के पीछे जो मकसद था, वह पूरी तरह से फेल हो गया है। पुतिन चाहते थे कि हम लोग एक न हों। नाटो में एकजुटता ना दिखाई दे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
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