सिद्धि हासिल करने गुरु को मारा और पीया खून!

तंत्र-मंत्र विद्या में सफल होने के लिए रची गहरी साजिश

मगरलोड। नदी किनारे मिली अधजली लाश के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। मृतक और आरोपी के बीच गुरु शिष्य का संबंध निकला। आरोपी तंत्र-मंत्र विद्या सीख रहा था। सिद्धी हासिल करने के लिए आरोपी शिष्य ने पहले गुरु को मारकर खून पीया, फिर हत्या कर सबूत मिटाने शव को जला दिया।

पुलिस ने बताया कि करेली बड़ी पुलिस ने पेंटर बसंत साहू के हत्यारे को 24 घंटे के भीतर पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। एक फरवरी बुधवार को करेली बड़ी चौकी क्षेत्र के ग्राम पंचायत नवागांव बु. के लोमश ऋषि आश्रम एनीकेट के बीच तटबंध के समीप नदी किनारे एक अधजली लाश मिली थी। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने घटनास्थल की जांच कर मृतक की पहचान गोबरा नयापारा थाना क्षेत्र सोमवारी बाजार चौक बसंत साहू पिता स्वर्गीय रामजी साहू के रूप में पहचान की। इस मामले में पुलिस ने पार्षद के भांजे को गिरफ्तार किया है।

प्रार्थी देवेंद्र साहू (20), साकिन सोमवारी बाजार नयापारा, थाना गोबरा नयापारा, जिला रायपुर ने पुलिस को जानकारी दी कि उसके पिता 31 जनवरी की रात्रि लगभग 8 बजे घर से मान्या चावला के साथ उसकी मोटर साइकिल में इलाज कराने के नाम से निकले थे। सुबह तक घर वापस नहीं आये। इसी दौरान प्रार्थी को जानकारी मिली कि एक अधजली लाश पैरी नदी के किनारे पड़ी हुई है। मृतक के चेहरे एवं अधजले कपड़े देखकर देवेंद्र साहू ने उसकी पहचान अपने पिता बसंत साहू (50), साकिन सोमवारी बाजार नयापारा के रूप में की। प्रार्थी देवेन्द्र साहू की रिपोर्ट पर धारा 302, 201 भादवि के तहत अज्ञात आरोपी के विरुद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेंभुरकर साहू ने आरोपी को पकड़ने के लिए टीम गठित की। टीम को विवेचना के दौरान पता चला कि मृतक को अंतिम बार मान्या चावला उर्फ रौनक सिंह के साथ उसकी मोटर साइकिल में गोबरा नयापारा महानदी पुल तरफ से लोमश ऋषि आश्रम तरफ जाते हुए देखा गया था। संदेह होने पर पुलिस ने मान्या चावला से कड़ी पूछताछ की, जिस पर मान्या चावला ने अपराध करना स्वीकार किया।


साधु ने बताया था, खून पीने से मिलेगी सिद्धि

आरोपी ने बताया कि मृतक बसंत साहू झाडफूंक करना जानता था। आरोपी रौनक सिंह छाबड़ा तंत्र-मंत्र की विद्या सीख रहा था। मृतक बसंत साहू और आरोपी के बीच गुरु-चेला का संबंध था। 31 जनवरी की रात्रि लगभग 12 बजे दोनों शमशान घाट पर तंत्र साधना करने आये हुए थे। रौनक सिंह उर्फ मान्या चावला को किसी साधु ने बताया था कि यदि तंत्र साधना करते हुए आदमी को मारकर जीवित अवस्था में उसका खून पीया जाए, तो तंत्र साधक की शक्तियां प्राप्त हो जाती हैं। रौनक सिंह ने तंत्र साधना कर रहे बसंत साहू के सिर पर डंडे से प्राणघातक हमला कर दिया। बसंत साहू की जीवित अवस्था में बहते हुए खून को मिट्टी दीया एवं काले रंग की मिट्टी के बर्तन में लेकर खून पीने के बाद उसके डंडा मारकर आग से जलाकर उसकी हत्या कर दी।

पुलिस ने बरामद किया सामान

पुलिस ने घटना में प्रयुक्त लकड़ी का डंडा, मिट्टी का दीया, काले रंग के मिट्टी का बर्तन, सादा दीया, खून, खून से लगा आरोपी का वोटर आईडी जब्त किया। पंचनामा, पीएम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। आरोपी रौनक सिंह छाबड़ा उर्फ यश छाबड़ा उर्फ मान्या छाबड़ा पिता उजागर सिंह छाबड़ा उम्र 25 वर्ष को धारा 302, 201 भादवि के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जायेगा।

एनीकट किनारे श्मशान घाट में मिली थी अधजली लाश

गौरतलब है कि एक फरवरी को ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी कि पैरी नदी के एनीकट किनारे श्मशान घाट के पास एक व्यक्ति की अधजली लाश पड़ी हुई है। घटना स्थल पहुंचकर पुलिस टीम ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और शव की पहचान के बाद अंतिम संस्कार के लिए स्वजन को सौंप दिए थे। धजली लाश मिलने पर जब पहचान कराई गई तो मृतक का चेहरा एवं अधजले कपड़े देखकर मृतक की पहचान प्रार्थी के पिता बंसत साहू 50 वर्ष साकिन सोमवारी बाजार नयापारा के रूप में किया गया था।

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