मोरबी पुल हादसे में 1262 पन्नों की चार्जशीट दाखिल

  • ओरेवा ग्रुप के जयसुख पटेल को बनाया आरोपी

अहमदाबाद। गुजरात के मोरबी में पुल हादसे के करीब 3 महीनों के अंदर ही 1,262 पन्नों की चार्जशीट दायर कर दी गई है। पिछले साल 30 अक्टूबर 2022 को हुए इस हादसे में 135 लोगों की जान चली गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। चार्जशीट में आरोपी के तौर पर ओरेवा ग्रुप के जयसुख पटेल का नाम शामिल किया गया है। गुजरात के मोरबी में पिछले साल अक्टूबर में 135 लोगों की जान लेने वाले झूला पुल टूटने की घटना में पुलिस ने शुक्रवार को आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। पुलिस उपाधीक्षक पी.एस. जाला ने मोरबी सत्र अदालत में 1,200 से अधिक पन्नों का आरोप पत्र दायर किया। जाला मामले के जांच अधिकारी हैं। सूत्रों के मुताबिक, मोरबी में झूला पुल गिरने की घटना के सिलसिले में जेल में बंद नौ आरोपियों के अलावा ओरेवा ग्रुप के जयसुख पटेल को आरोप पत्र में दसवें आरोपी के रूप में नामजद किया गया है। मजिस्ट्रेट अदालत 30 अक्टूबर 2022 को हुए इस हादसे को लेकर जयसुख पटेल के खिलाफ पहले ही गिरफ्तारी वारंट जारी कर चुकी है। पटेल की अग्रिम जमानत याचिका पर एक फरवरी को सुनवाई होगी। मोरबी शहर में मच्छु नदी पर स्थित एवं ब्रिटिश शासन काल के दौरान बने सस्पेंशन ब्रिज (झूलते पुल) के संचालन व रखरखाव की जिम्मेदारी ओरेवा समूह (अजंता मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड) को दी गई थी। हादसे की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित एक एसआईआटी ने अपनी रिपोर्ट में फर्म की ओर से कई चूक होने का जिक्र किया था। गुजरात हाईकोर्ट ने 7 नवंबर को मोरबी हादसे का स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य के गृह विभाग सहित अधिकारियों को नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी थी। नवंबर में ही सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात हाईकोर्ट से समय-समय पर सुनवाई करने के लिए कहते हुए कहा था कि मोरबी पुल ढहने की घटना एक “बड़ी त्रासदी” थी।

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