0 पांच साल नक्सल क्षेत्र में सेवा के दौरान मार गिराए सात नक्सली
कोरबा। पिछले सात सालों तक नक्सली क्षेत्र में अपनी सेवाएं देने वाले निरीक्षक अश्वनी राठौर को गैलेंट्री अवार्ड (राष्ट्रपति पदक) से नवाजा गया। उन्होंने नक्सली क्षेत्रों में सेवाएं देने के दौरान सात नक्सलियों को मार गिराते हुए उनके हथियार भी जब्त किए थे। बारुदी रास्तों से गुजर कर नक्सलियों से मोर्चा लेने वाले राठौर के दिलों दिमाग में यह बात कभी नहीं आई कि जिन मोर्चों पर जाने के लिए जिस रास्ते पर वह चल रहे हैं, वह रास्ता बारुदों से भरा भी है। यह किस्मत थी कि श्री राठौर ऐसे कई रास्तों से गुजरे और मोर्चे पर बचते हुए नक्सलियों से लोहा लिया। आम तौर पर घने जंगलों और गुजरने वाले रास्तों में नक्सली अक्सर टिफिन बम का उपयोग करते हैं। अक्सर टिफिन बम के घटने से जवानों की मौत भी हो जाती है। ऐसे रास्तों से गुजरकर ही नक्सलियों से श्री राठौर को मोर्चा लेना पड़ा और अपने मनसूबे पर राठौर ने नक्सलियों को सफल नहीं होने दिया। ऐसे ही रास्तों पर चलने के कारण वर्ष 2021 में श्री राठौर को राष्ट्रपति के हाथों गैलेंट्री अवार्ड (राष्ट्रपति पदक) से नवाजा गया।
राठौर ने इन क्षेत्रों में मार गिराए नक्सली
कटघोरा थाना में निरीक्षक के पद पर पदस्थ अश्वनी राठौर ने अपने कार्यकाल के दौरान जिन क्षेत्रों में नक्सलियों को मार गिराया। श्री राठौर ऐसे पुलिस कर्मियों में शायद पहले कर्मी होंगे जिन्होंने अपने दो साल की प्रशिक्षण अवधि में ही 3 नक्सलियों को मार गिराया और यहीं से उनकी जंग की शुरुआत हुई। जो राजनांदगांव जिले के मोहल्ला मानपुर जैसे सबसे खतरनाक क्षेत्रों तक जारी रही। श्री राठौर ने यहां चार नक्सलियों को मार गिराया। मोहल्ला मानपुर देश के उन देश विरोधी ताकतों का गढ़ रहा है जहां एसपी स्तर के अधिकारियों को शहीद होना पड़ा था। केंद्र सरकार की अतिसंवेदनशील सूची में शामिल मोहल्ला मानपुर में सेवाएं देना हर पुलिस कर्मचारियों के लिए किसी जंग से कम नहीं है। राठौर ने वहां तीन साल बिताए।
देश के 901 पुलिस कर्मियों का सम्मान
देश के 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर कुल 901 पुलिस कर्मियों को पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। इनमें 140 कर्मियों को वीरता के लिए पुलिस पदक, 93 को राष्ट्रपति के पुलिस पदक और 668 को मेधावी सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। 140 वीरता पुरस्कारों में से वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों के 80 कर्मियों और जम्मू-कश्मीर क्षेत्र के 45 कर्मियों को उनकी वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए पदक प्रदान किये गये। वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले कर्मियों में, 48 सीआरपीएफ से, 31 महाराष्ट्र पुलिस से, 25 जम्मू-कश्मीर पुलिस से, नौ झारखंड से और दिल्ली पुलिस, छत्तीसगढ़ पुलिस तथा बीएसएफ से सात-सात कर्मी हैं। इनमें शेष अन्य राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों एवं सीएपीएफ के जवान हैं।
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सीबीआई के 30 अधिकारियों को पुलिस पदक
सीबीआई के 30 अधिकारियों को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर बुधवार को पुलिस पदक से नवाज़ा गया। इनमें बाल यौन उत्पीड़न सामग्री, महंत नरेंद्र गिरि की मौत और लालू प्रसाद से संबंधित मामलों की जांच की निगरानी करने वाले अधिकारी भी शामिल हैं। सरकार ने एक बयान में कहा कि सीबीआई के छह अधिकारियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया, जबकि 24 को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से नवाज़ा गया है।
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