पहलवान आश्वासन से खुश नहीं, अध्यक्ष के इस्तीफे पर अड़े

–खेल मंत्रालय के साथ बैठक बेनतीजा, पहलवान बोले- बनाएं नया संघ

—22 को कुश्ती महासंघ की बैठक, इस्तीफा दे सकते हैं बृजभूषण

इंट्रो

देश को मेडल दिलाने वाले पहलवान दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हैं। उनके मन में कुश्ती महासंघ को लेकर कई सवाल हैं। उन्होंने महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। हालांकि महासंघ के अध्यक्ष इन आरोपों से इनकार कर रहे हैं। गुरुवार को खेल मंत्रालय के आश्वासन से पहलवान खुश नही हुए। उन्होंने साफ कह दिया, अध्यक्ष के इस्तीफे तक आंदोलन जारी रहेगा।

नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती में अचानक तूफान खड़ा हुआ। विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया समेत करीब 30 पहलवान भारतीय कुश्ती संघ के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए। संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कई कोच के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगे। इसके बाद दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ। प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए खेल मंत्रालय बुलाया गया। पहलवानों के प्रतिनिधिमंडल में कुल चार पहलवान शामिल हुए। खेल मंत्रालय से बैठक के बाद बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी। पहलवानों ने कहा कि वह कुश्ती संघ के अध्यक्ष का इस्तीफा लेकर रहेंगे। पहलवानों ने यह भी साफ कर दिया कि जब तक कार्रवाई नहीं होगी, तब तक धरना जारी रहेगा। वे आश्वासन से खुश नहीं हैं। उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है। वह ठोस कार्रवाई चाहते हैं। वह इस बात की उम्मीद में बैठे हैं कि उन्हें न्याय मिलेगा। पूरे कुश्ती संघ को भंग करना चाहिए, जब तक संघ को भंग नहीं किया जाएगा, हम पीछे नहीं हटेंगे। पहलवानों ने कहा कि उनके पास कुश्ती संघ के अध्यक्ष के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। उनके साथ 5-6 लड़कियां हैं, जिनका यौन शोषण हुआ है और इसे साबित करने के लिए सबूत भी हैं, लेकिन वह सबूत सार्वजानिक नहीं करना चाहते हैं। इस बीच पहलवानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से न्याय दिलाने की गुहार लगाई। पहलवानों ने यह भी कहा है कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि बृजभूषण सिंह इस्तीफा दें और उन्हें जेल भिजवाकर रहेंगे। पहलवानों ने यह भी कहा कि इस मामले में वह केस भी फाइल करेंगे।

दूसरे दिन भी दिया धरना

तीन बार की राष्ट्रमंडल चैम्पियन विनेश फोगाट और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया तथा साक्षी मलिक समेत भारत के शीर्ष पहलवान जंतर मंतर पर लगातार दूसरे दिन धरने पर बैठे। वे डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, जिन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं।

खेल सचिव ने भी की बातचीत

पहलवानों में से बजरंग, उनकी पत्नी संगीता, विनेश, सरिता मोर, अंशु मलिक, अंतिम पंघाल को खेल सचिव सुजाता चतुर्वेदी ने भी बातचीत के लिए बुलाया। उनके अलावा भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान और संयुक्त सचिव (खेल) कुणाल भी बैठक में शामिल हुए। तोक्यो ओलंपिक रजत पदक विजेता रवि दहिया और विश्व चैंपियनशिप रजत पदक विजेता दीपक पूनिया भी कई अन्य के साथ धरने में शामिल हुए।


सरकार की संदेशवाहक बनी बबीता

तीन बार राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता और भाजपा नेता बबीता फोगाट गुरुवार को सरकार की ‘संदेशवाहक’ बनी। धरने पर बैठे पहलवानों को उनकी मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया। पूर्व पहलवान बबीता ने कहा, मैं हल निकालने की कोशिश करूंगी। मैं पहले पहलवान हूं और फिर राजनेता। मैं इनका दर्द समझती हूं और मैं इनकी मांगे पूरी करने की कोशिश करूंगी।


महिला कुश्ती प्रशिक्षण शिविर रद्द

इधर, राजधानी लखनऊ में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय महिला कुश्ती प्रशिक्षण शिविर को खेल मंत्रालय के निर्देश पर रद्द कर दिया गया है। भारतीय खेल प्राधिकरण की लखनऊ इकाई के अधिशासी निदेशक संजय सारस्वत ने बताया कि लखनऊ स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण के नेशनल सेंटर आफ एक्सीलेंस में महिला राष्ट्रीय कुश्ती प्रशिक्षण शिविर 18 जनवरी को शुरू होना था। इसमंक 41 पहलवान, 13 कोच और सहयोगी स्टाफ को शामिल होना था। इसे अब रद्द कर दिया गया है।

इनकी जुबानी

विनेश बोलीं-हमारे जो आरोप हैं, वो सच्चे

विनेश फोगाट ने कहा कि हमारा एक-एक दिन कीमती है। बैठक में हमें संतोषजनक जवाब नहीं मिला है। हमारे जो आरोप हैं, वो सच्चे हैं। हम पूरे देश को यह नहीं बताना चाहते कि देश की बेटियों के साथ क्या हुआ है। जिस दिन सारी लड़कियां मीडिया को बताएंगी कि हमारे साथ क्या हुआ, वो कुश्ती का दुर्भाग्य होगा। उन्होंने कहा कि हमें मजबूर न किया जाए सबसे सामने आने के लिए। हम अपने सम्मान के लिए लड़ रहे हैं।

दंगल गर्ल के पिता बोले- पहुंच का उठाया फायदा

हरियाणा की दंगल गर्ल के पिता द्रोणाचार्य अवार्डी महावीर सिंह फोगाट ने कहा कि डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष सरकार में पहुंच का फायदा उठाता है। बृजभूषण शरण खिलाड़ियों के कैंप लखनऊ में आयोजित करवाते हैं। वहां पर बृजभूषण शरण का घर भी है। इसलिए वे बड़े आयोजनों को अपनी सुविधा अनुसार करवाते हैं। जब से वे अध्यक्ष बने हैं, तब से अब तक हरियाणा में एक भी कुश्ती का नेशनल नहीं करवाया।

अब आगे क्या

00 22 को कुश्ती महासंघ की बैठक, पद छोड़ सकते हैं बृजभूषण शरण सिंह

00 खाप पंचायत शुक्रवार को धरने को देगा समर्थन, दिल्ली कूच की तैयारी

00 खिलाड़ी बोले- जब तक नया संघ नहीं, तब तक जारी रहेगा धरना

00 प्रदर्शनकारी पहलवान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कर सकते हैं मुलाकात

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