- उत्तराखंड स्थित जोशीमठ में भू-धंसाव जारी
-शासन-प्रशासन की स्थिति पर नजर पर आम लोगों में डर व चिंता
-गृहमंत्री शाह ने ली मीटिंग, सीएम सामी मिले पीड़ितों से
(फोटो : आर्मी)
देहरादून। उत्तराखंड स्थित जोशीमठ में भू धंसाव का असर भारतीय थल सेना के परिसर पर भी पड़ा है। गुरुवार को सेना की करीब 25-28 इमारतों में दरारें आई हैं। जवानों को अस्थाई रूप से जोशीमठ से शिफ्ट किया गया है। जरूरत पड़ने पर सेना के जवानों को औली या अन्य जगहों पर भी शिफ्ट किया जा सकता है। सेना का आवास जोशीमठ से माणा जाने वाली रोड की बात है, तो वहां कुछ दरारें आई हैं। आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने इसे बीआरओ ठीक कर रहा है। हालांकि, इससे हमारी ऑपरेशनल रेडीनेस पर कुछ असर नहीं पड़ा है। बता दें, जोशीमठ एलएसी से सिर्फ 100 किलोमीटर दूर है। ऐसे में रणनीतिक तौर पर इसे काफी अहम क्षेत्र माना जाता है। ऐसे में जोशीमठ में सेना और ITBP जवानों की तैनाती है।
723 मकानों में आईं दरारें
जोशीमठ में भू धंसाव के चलते 723 मकानों में अभी तक दरारें आई हैं। कई जगहों पर सड़कें फट गई हैं। जमीन से भी पानी का रिसाव हो रहा है। जिन मकानों में दरारें आई हैं, उनमें लाल निशान लगा दिया गया है। लोगों से मकानों को खाली करने के लिए कहा गया है। अब तक करीब 145 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। लोगों को 1.5 लाख रुपए की अंतरिम मदद दी जा रही है।
होटल गिराने का काम शुरू
उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन धंसने के घटना के बीच अब प्रभावित क्षेत्र के होटलों को गिराने का काम शुरू हो गया है। इस बीच यहां बारिश और बर्फबारी भी शुरू हो गई है। इससे ऑपरेशन प्रभावित हो रहा है। हालांकि होटल गिराने का काम जारी है। गुरुवार शाम को एसडीआरएफ ने होटल मलारी इन को अपने कब्जे में ले लिया।
समिति के सुझावों पर तय होगा मुआवजा : धामी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को कहा कि जोशीमठ में जमीन धंसने से प्रभावित परिवारों के लिए बाजार दर पर मुआवजा स्थानीय स्तर पर गठित समिति के सुझावों के आधार पर तय किया जाएगा। जमीन धंसने से प्रभावित जोशीमठ नगर में स्थिति का जायजा ले रहे मुख्यमंत्री ने अपने दौरे के दूसरे दिन इस समिति के सदस्यों के साथ बैठक करने के बाद ये बातें कहीं।
शाह ने ली लाईलेवल मीटिंग
इधर, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर जोशीमठ को लेकर मीटिंग हुई। इसमें शाह ने स्थिति का जायजा लिया और बैठक में राहत उपाय करने का निर्देश दिया। बैठक में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, आरके सिंह, भूपेंद्र यादव, गजेंद्र सिंह शेखावत मौजूद रहे। मीटिंग में जोशीमठ में लैंडस्लाइड के बाद सड़क, पावर सप्लाइ, पीने के पानी की कमी और इनवायरमेंट की स्थिति को लेकर बातचीत की गई।
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