इंदौर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रवासी भारतीयों से कहा कि विश्व में आप सभी भारत के ब्रांड एंबेसडर हैं। आप विश्व में भारत की विशेषताओं की जानकारी देते हैं। उन्होंने कहा कि आज वैश्विक मंच पर भारत की अपनी एक अलग आवाज, अपनी एक अलग पहचान है, जो कि आने वाले समय में और मजबूत होगी। भारत के प्रति विश्व की जिज्ञासा बढ़ेगी। प्रवासी भारतीयों की यह महत्वपूर्ण जिम्मेवारी है कि विश्व की भारत के प्रति इस बढ़ती हुई जिज्ञासा को शांत करें। वे भारत के ‘सस्टेनेबल फ्यूचर’ के मॉडल को विश्व भर में प्रचारित करें। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रवासी भारतीयों की ओर से पूरे विश्व में किये गए श्रेष्ठ कार्यों का दस्तावेजीकरण किया जाए। उनके कार्यों को ऑडियो वीडियो माध्यम से प्रचारित किया जाए। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय मूल के जो व्यक्ति विदेशों में जन्मे हैं, उन्हें भी उनके माता-पिता के देश के बारे में जानने की उत्सुकता है। उन्हें भारत दिखाएं, भारत की परंपराओं से परिचित कराएं। प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में 17 वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली, विशिष्ट अतिथि सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी का स्वागत किया। मोदी ने गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली और सुरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी ओर से बताई गई बातें बहुत उपयोगी है। मोदी ने गले मिलकर दोनों का अभिनंदन किया। प्रधानमंत्री मोदी, सूरीनाम के राष्ट्रपति संतोखी और गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. इरफान अली ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन के अवसर पर ‘सुरक्षित जाएं-प्रशिक्षित जाएं’ की थीम पर जारी डाक टिकट का विमोचन किया। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने प्रवासी भारतीय दिवस आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम के शुरूआत में में सभी का स्वागत किया। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मप्र में हर्ष का वातावरण है। आजादी के अमृत काल में इंदौर में तो अमृत वर्षा हो रही है। इंदौर वासियों ने दिल के और घरों के द्वार प्रवासी भारतीयों के स्वागत में खोल दिए हैं। अनेक लोगों ने अपने घरों में अतिथियों को ठहराने के लिए खुले दिल से आगे आए। प्रधानमंत्री मोदी ने सशक्त और संपन्न भारत के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भरता, स्वच्छता और मजबूत अर्थव्यवस्था के मंत्र दिए हैं। मप्र में उनके मंत्र को जमीन पर उतारा जा रहा है। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन, केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री सुश्री मीनाक्षी लेखी सहित बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय भी उपस्थित थीं।
पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों संग किया लंच
- पीएम मोदी ने संबोधन खत्म करने के बाद सम्मेलन में शामिल होने आए 70 देशों के करीब 40 प्रवासी भारतीयों के साथ लंच किया। लंच में मालवा के कई स्वादिष्ट व्यंजनों को शामिल किया गया था, जिनका उन्होंने जायका लिया। लंच में मालवी व्यंजनों के साथ विदेशी डिश भी परोसी गई। पोहा, कई किस्म के सेव के अलग स्टॉल, जिनमें इंदौर की खास चीजों को परोसा गया है। भुट्टे की कीस, गराडू चाट, नचनी क्रेकर्स, दही चंदिया जैसे व्यंजन लंच में शामिल रहे। मध्यप्रदेश के अलावा राजस्थान और गुजरात की स्पेशल डिश भी परोसी गईं। बाजरे का खिचड़ा, सांवा की मीठी खीर, केसरिया जलेबी, शिकंजी, गुलाबजामुन, सीताफल राबड़ी, गाजर का हलवा मीठे में परोसे गए। 40 लोगों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमा चुके भारतीय उद्योगपति, अंतर्राष्ट्रीय राजनेता और भारत के एनआर आई शामिल किए गए। इंदौर से शामिल लोगों ने बताया कि लंच के दौरान निवेश की रणनीतियों पर जोर रहा। इसके साथ मोदी ने भारतीय संस्कृति और परंपरा को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जाने के लिए प्रवासी भारतीयों से चर्चा की। उन्होंने सभी एनआरआई से भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर बनाने के लिए किए जाने वाले उपायों पर भी सलाह मांगी।
सूरीनाम के राष्ट्रपति संतोखी ने कहा…
मां और मातृभूमि स्वर्ग से बढ़कर
-सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने कहा कि मां और मातृभूमि स्वर्ग से बढ़कर हैं, भारत के स्वच्छतम शहर और स्मार्ट सिटी इंदौर में मिले प्रेम, सम्मान और सत्कार ने इस अनुभूति को साकार कर दिया। प्रवासी भारतीय सम्मेलन दोनों देशों के लिए संभावनाओं के नए द्वार खोलेगा। राष्ट्रपति संतोखी ने प्रवासी भारतीयों के लिए कैरेबियन देशों सहित अन्य देशों में हिंदी, योग, आयुर्वेद, अध्यात्म आदि पर प्रशिक्षण की व्यवस्था स्थापित करने की जरूतर बताई। इससे धर्म संस्कृति और हमारी परंपराओं को प्रवासी भारतीय समुदायों में भी सुरक्षित रखने में सहायता मिलेगी। राष्ट्रपति संतोखी ने भारतीय उद्यमों और बैंकों को अपनी गतिविधियों का विस्तार कैरेबियन देशों सहित प्रवासी भारतीयों के बाहुल्य वाले देशों में करने संबंधी सुझाव रखा। उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और उनकी वसुधैव कुटुंबकम के अनुरूप संपूर्ण विश्व को एक परिवार मानने की दृष्टि से उपकृत हैं।
गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली ने कहा…
अपने पूर्वजों की धरती भारत को प्रणाम
-गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली ने अपने पूर्वजों की धरती भारत को प्रणाम तथा महात्मा गांधी का स्मरण करते हुए कहा कि ये दिन भारत और गुयाना के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। राष्ट्रपति डॉ. अली ने कहा कि कोविड-19 काल में जब वैश्वीकरण की संपूर्ण व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी, तब प्रधानमंत्री मोदी ने देशों की सहायता कर दुनिया को प्रेम और सहयोग का संदेश दिया। भारत विश्व में प्रतिभा और टेक्नोलॉजी के विकास में अन्य देशों की तुलना में कहीं आगे है। मोदी के सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के संकल्प के साथ देश आज दुनिया को नेतृत्व प्रदान कर रहा है। राष्ट्रपति इरफान अली ने भारत और गुयाना की सामाजिक और सांस्कृतिक समानताओं का उल्लेख करते हुए कहा कि भौगोलिक दूरी की दृष्टि से भले ही दोनों देश दूर हों पर भावनात्मक रूप से निकटता बहुत अधिक है और भविष्य में हमारे संबंध अधिक प्रगाढ़ होंगे।
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