जम्मू कश्मीर : एक दिन पहले जहां आतंकी हमला, वहां ब्लास्ट, दो बच्चियों की मौत

14 घंटे में दो बार आतंकी हमले, सगे भाई-बहन सहित छह लोग मारे गए

राजौरी। जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में आतंकवादियों ने 14 घंटों के अंदर एक ही स्थान पर दूसरी बार हमला किया। सोमवार को हुए एक आईईडी विस्फोट में दो सगे भाई-बहन की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में एक बार फिर हिंदुओं को निशाना बनाया है। रविवार को राजौरी के डांगरी गांव के तीन घरों पर अंधाधुंध फायरिंग के बाद सोमवार को आतंकियों ने उसी गांव में आईईडी ब्लास्ट को अंजाम दिया है। इस बार आतंकियों ने छोटे-छोटे बच्चे और औरतों को निशाना बनाया है। आईडी ब्लास्ट में दो बच्चियों की मौत हो गई, जबकि 5 लोग जख्मी हुए हैं। इस घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने लाश रखकर धरना प्रदर्शन किया। इधर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपए आर्थिक सहायता व एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया है। सिक्योरिटी फोर्स ने इलाके की घेराबंदी कर चप्पे चप्पे की तलाशी शुरू कर दी है।

इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में नाराजगी देखी गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि आतंकियों का मकसद हिंदुओं के बीच दहशत पैदा करना है ताकि वो डरकर यहां से पलायन कर जाएं। हमले के विरोध में लोगों ने राजौरी शहर में सोमवार को पूर्ण बंद की अपील की थी। इसी को लेकर सोमवार को डांगरी में प्रदर्शन हो रहा था तभी ये आईईडी ब्लास्ट हो गया।

हिंदू परिवारों को बनाया गया निशाना

आतंकियों ने डांगरी गांव के जिन घरों पर अंधाधुंध फायरिंग की उनके गेट पर अभी भी गोलियों के निशान दिखाई दे रहे हैं। जमीन पर खून भी बिखरा हुआ है। रविवार शाम आंतिकयों के हमले में कुल 10 लोगों को गोली लगी थी, जिनमें 4 की मौत हो गई जबकि 6 लोग घायल हैं। जिन लोगों की मौत हुई और जो घायल हैं वो सभी हिंदू हैं।

दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा : एलजी

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के डांगरी गांव में हुए आतंकी हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने इस घटना में मारे गए नागरिकों के परिजनों को 10 लाख रुपए की अनुग्रह राशि और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों का साथ हैं।

शव रखकर प्रदर्शन

प्रदर्शनकारियों ने रविवार को मारे गए लोगों के शवों के साथ प्रदर्शन किए और उन्हें डांगरी चौक पर रखा। उन्होंने उपराज्यपाल से उनसे मिलने आने की मांग की ताकि वे उनके समक्ष अपनी मांगें रख सकें। जम्मू में, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, मिशन स्टेटहुड, शिवसेना और डोगरा फ्रंट ने प्रदर्शन किए।

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