राहुल पहुंचे पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के समाधि स्थल, दिया बड़ा सियासी संदेश

भाजपा ने उठाए सवाल, कहा- अंग्रेज का मुखबिर कहने वाले पांधी को पार्टी से हटाओ

  • पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष पर लगाया सम्मान देने का दिखावा करने का आरोप

-कांग्रेस नेता पांधी ने की थी अटलजी पर विवादास्पद टिप्पणी

(पोटो :)):

नई दिल्ली। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा इस वक्त दिल्ली में हैं। इस दौरान वे महात्मा गांधी पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी के समाधि स्थल पर गए और उन्हें श्रद्धांजलि दी। इनके अलावा राहुल ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर अटलजी के समाधि स्थल ‘सदैव अटल’ पर जाकर भी फूल चढ़ाए। ऐसा करने वाले वह गांधी परिवार के पहले व्यक्ति बन गए हैं।

हालांकि, बीजेपी ने इस पर पलटवार करते हुए उनके इरादे पर सवाल उठाया है। बीजेपी ने यह बात इसलिए कही क्योंकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर कांग्रेस नेता गौरव पांधी ने एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि 1942 में आरएसएस के अन्य सदस्यों की तरह ही अटल बिहारी वाजपेयी ने भी भारत छोड़ो आंदोलन का बहिष्कार किया था और आंदोलन में भाग लेने वालों के खिलाफ ब्रिटिश मुखबिर की तरह काम किया।

पूनावाला ने साधा निशाना

हालांकि पांधी ने ट्वीट को डिलीट कर दिया है लेकिन बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इसका स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर शेयर किया है। उन्होंने कहा कि, संयोग नहीं प्रयोग समझिए। गौरव पांधी वाजपेयी जी का अनादर करते हैं और पवन खेड़ा जिन्ना की तारीफ करते हैं। राहुल गांधी सम्मान करने का दिखावा करते हैं लेकिन गौरव पांधी पर कोई ऐक्शन नहीं लेते। कांग्रेस जिन्ना को प्यार करती है और वाजपेयी का अनादर करती है। आगे उन्होंने कहा कि गौरव पांधी ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। कांग्रेस को इस मामले में अपना रुख साफ करना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए. पांधी को बर्खास्त करना चाहिए। नहीं तो हमें ऐसा लगेगा कि शब्द पांधी के, सोच राहुल गांधी की।

राजनीतिक संदेश की कवायद

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि ऐसा करके वे संदेश देना चाहते हैं बीजेपी नफरत की राजनीति करती है जबकि कांग्रेस प्यार की राजनीति करती है। क्योंकि अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस कहती रही है कि बीजेपी ‘नफरत और डर की राजनीति करती है। साथ ही वह यह ऐसा करके पीएम मोदी और अटल बिहारी वाजपेयी की राजनीति का अंतर भी दिखाना चाहते हैं।

कांग्रेस नेता ने पूछा- पीएम मोदी नेहरू की समाधि पर कब जायेंगे?

राहुल के अटलजी को श्रद्धांजलि देने के बाद सियासत भी चल रही है। कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने ट्वीट कर पूछा है कि राहुल के बाद अब पीएम मोदी नेहरूजी की समाधि पर कब जायेंगे? उनके इस ट्वीट पर कुछ लोग उन्हें जहां समर्थन दे रहे हैं वहीं कुछ लोग उन्हें ट्रोल भी कर रहे हैं।

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