तवांग में भिड़ी भारतीय-चीनी सेना, दोनाें देशों के कई सैनिक जख्मी

–अरुणाचल प्रदेश में एलओसी पर पहुंचने की कोशिश कर रहे थे चीनी सैनिक

—30 भारतीय सैनिक घायल, चीन के कई जवान घायल


इंट्रो

अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई है। झड़प में दोनों देशों के सैनिकों के घायल होने की खबर है। ये झड़प 9 दिसंबर को तवांग जिले के यंगस्टे में हुई है। इस दौरान भारतीय सैनिकों ने चीन को करार जवाब दिया है। अक्टूबर 2021 में अरुणाचल प्रदेश के यांगसे में भी दोनों देशों के सैनिकों में विवाद हुआ था।


नई दिल्ली। तवांग में चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी एलएसी तक पहुंचना चाह रही थी। चीनी सैनिकों के इस कदम का वहां तैनात भारतीय सैनिकों ने दृढ़ता और ताकत के साथ विरोध किया। इस दौरान दोनों सेनाओं के बीच झड़प भी हुई। सेना के उच्चपद सूत्रों ने कहा कि 9 दिसंबर 2022 को पीएलए के सैनिकों के साथ तवांग सेक्टर में एलएसी के पास झड़प हुई है। इस झड़प में दोनों देशों की सेनाओं के कुछ जवान जख्मी हुए हैं। हालांकि भारत के जवानों ने एलएसी तक पहुंचने की कोशिश कर रहे चीनी सेनाओं को पीछे धकेल दिया।

रक्षा मंत्रालय के अनुसार दोनों देश के सैनिक कुछ ही देर में घटनास्थल से पीछे हट गए। घटना के बाद इंडियन आर्मी के कमांडर और चीनी कमांडर ने निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार फ्लैग मीटिंग की। ताकि इलाके में शांति बहाल की जा सके। गौरतलब है कि अरुणाचल प्रदेश में तवांग सेक्टर में एलएसी के आस-पास कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां चीन गलत तरीके से दावेदारी करता है। इन क्षेत्रों में दोनों देश अपने दावे की सीमा तक क्षेत्र में गश्त करते हैं। 2006 से यह प्रैक्टिस चलन में है। यहां तैनात भारतीय जवान एलएसी पर चीन की किसी भी गुस्ताखी का मुंहतोड़ जवाब देते हैं।

चीन के ज्यादा सैनिक घायल

इस झड़प में भारत के करीब 30 से अधिक सैनिक घायल हुए हैं। चीन के भी कई सैनिक घायल हुए हैं, जिनकी संख्या अधिक है। हालांकि भारत का कोई भी सैनिक गंभीर नहीं है। इस झड़प के बाद भारत के कमांडरों ने शांति बहाल करने के लिए चीन के कमांडर के साथ फ्लैग मीटिंग की है।

गलवान के बाद पहली बड़ी झड़प

15 जून 2020 की घटना के बाद यह अपनी तरह की पहली घटना है। तब लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। कई अन्य घायल हो गए थे। इस झड़प में चीन के भी कई सैनिक मारे गए थे।

अरुणाचल में अक्सर होता है आमना-सामना

अरुणाचल प्रदेश में तवांग सेक्टर में एलएसी के साथ कुछ क्षेत्रों में दोनों पक्ष अपने दावे की सीमा तक क्षेत्र में गश्त करते हैं। 2006 से यही चलन है। क्षेत्र में गश्त करते समय भारतीय और चीनी सैनिकों का अक्सर आमना-सामना होता है। ये पहली बार नहीं है जब अरुणाचल प्रदेश के इस क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच आमना-सामना हुआ है। अक्टूबर 2021 में, इसी तरह की एक घटना हुई थी जब यांगसे में कुछ चीनी सैनिकों को भारतीय सैनिकों ने कुछ घंटों के लिए डिटेन कर लिया था।

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