मिल गए जैक मा, चीन छोड़कर 6 महीने से जापान में कर रहे हैं ये काम

नई दिल्ली। अलीबाबा ग्रुप के अरबपति को- फाउंडर जैक मा को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि टेक्नोलॉजी सेक्टर पर बीजिंग की कार्रवाई के बाद जैक मा लगभग छह महीने से टोक्यो में रह रहे हैं। टेक्नोलॉजी कंपनियों पर देश की विनियामक कार्रवाई के बीच जैक मा ने चीन के सबसे अमीर व्यक्ति का खिताब खो दिया था। रिपोर्ट के अनुसार, इसके बाद वे पिछले छह महीनों से अपने परिवार के साथ टोक्यो और जापान के अन्य हिस्सों में रह रहे हैं। मामले की जानकारी रखने वाले लोगों का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया कि इस दौरान उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका और इजराइल की भी यात्रा की।

पर्सनल शेफ और सिक्योरिटी स्टाफ

चीनी टाइकून जापान में रह रहे हैं। वे अपने परिवार के साथ टोक्यो के बाहर ग्रामीण इलाकों और स्की रिसॉर्ट्स जैसी यात्राओं पर भी गए। ब्रिटिश अखबार ने बताया कि मा वॉटरकलर से पेंटिंग्स करके, आर्ट कलेक्ट करना और गर्म झरनों में स्नान करने का शौक रखते हैं। टोक्यो में मा अपनी पब्लिक गतिविधियों को कम से कम रख रहे हैं। उनकी गतिविधियां गिन्जा और मारुनौची के केंद्रीय जिलों में कुछ ही प्राइवेट मेंबर्स के क्लब तक ही सीमित हैं। 58 वर्षीय उद्यमी अपने पर्सनल शेफ और सिक्योरिटी स्टाफ को साथ लाए हैं।

अरबों डॉलर के मालिक

उल्लेखनीय है कि जापान स्थित सॉफ्टबैंक ग्रुप के फाउंडर मासायोशी सोन और जैक मा करीबी दोस्त हैं। सोन अलीबाबा के शुरुआती निवेशकों में से एक थे। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार 30.7 अरब डॉलर नेट वर्थ के साथ मा अक्टूबर 2020 से लोगों की नजरों से दूर हैं। तब उन्होंने कथित तौर पर इनोवेशन को दबाने के लिए चीनी अधिकारियों की खुले तौर पर आलोचना की थी। उल्लेखनीय है कि साल 2020 में जैक मा के कारोबार के खिलाफ तरह-तरह की जांच शुरू हो गई थीं। चीनी अधिकारियों ने जैक मा को झटका देते हुए नवंबर 2020 में उनके एंट ग्रुप के 37 अरब डॉलर के IPO पर ब्रेक लगा दिया था।

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