क्या अमेठी से फिर चुनाव लड़ेंगे राहुल गांधी? खुद दिया ये जवाब

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच सत्ता की खींचतान लंबे समय से चली आ रही है. इस बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि दोनों ही नेता पार्टी के लिए संपत्ति हैं. राहुल फिलहाल भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं, जो कि अभी मध्य प्रदेश के इंदौर में है. इंदौर में ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, राहुल गांधी ने अमेठी से चुनाव लड़ने पर भी बात की.

राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे या नहीं इसका फैसला एक या डेढ़ साल बाद लिया जाएगा. ऐसा खुद राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा. उन्होंने कहा कि फिलहाल मेरा ध्यान भारत जोड़ो यात्रा पर है.

‘अभी नहीं देंगे इसका जवाब’

पत्रकारों ने जब राहुल से यह पूछा कि अगर मौका दिया गया तो क्या वह दोबारा अमेठी से चुनाव लड़ना चाहेंगे, तो राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं मीडिया को कोई हेडलाइन नहीं देना चाहता क्योंकि फिलहाल मेरा ध्यान भारत जोड़ो यात्रा पर है.’ उन्होंने कहा, ‘इस मुद्दे पर आपके सवाल का जवाब एक साल या डेढ़ साल बाद आएगा.’

2019 में अमेठी से हारे थे राहुल

बता दें कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को उनके परिवार के गढ़ अमेठी में हरा दिया था. उसी वक्त वो केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़े थे और वहां से जीतकर ही सांसद हैं.

राजस्थान के सियासी संकट पर क्या बोले राहुल?

सत्ता संघर्ष के बीच राजस्थान के नेताओं गहलोत और पायलट द्वारा दिए जा रहे अलग-अलग बयानों के बारे में पूछे जाने पर राहुल गांधी ने कहा, ‘इससे यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ेगा और दोनों नेता कांग्रेस पार्टी की संपत्ति हैं.’ 

बेरोजगारी के मुद्दे पर राहुल ने दिया ये बयान

देश में बेरोजगारी की समस्या को हल करने की योजनाओं के बारे में एक सवाल के जवाब में, गांधी ने कहा कि वर्तमान में मुख्य समस्या यह है कि देश की पूरी संपत्ति तीन-चार उद्योगपतियों के हाथों में सिमट कर रह गई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश में अधिक रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए लघु उद्योग बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगी. राहुल गांधी ने यह भी कहा कि उनकी चल रही भारत जोड़ो यात्रा, एक जन संपर्क पहल है, जो राष्ट्र की आवाज उठा रही है.

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