- देदियापाड़ा की चुनावी सभा में बोले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे
देदियापाड़ा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को गुजरात के देदियापाड़ा में एक चुनावी जनसभा मंय कांग्रेस शासन के 70 वर्षों का हिसाब दिया। उन्होंने कहा कहा कि मोदी और शाह पूछते हैं कि कांग्रेस ने पिछले 70 वर्षों में क्या किया? मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि यदि कांग्रेस ने पिछले 70 वर्षों में काम नहीं किया होता, तो हम आज लोकतंत्र नहीं देख पाते। भाजपा की सरकार गुजरात में बीते 27 वर्षों से शासन कर रही है। यदि इतने दिनों भी भाजपा गुजरात की समस्याएं दूर नहीं कर पाती तो लोगों को इसे बदलने का अधिकार है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी हमेशा डबल इंजन की बात करते हैं। गुजरात के लोग बीते आठ वर्षों से डबल इंजन को देख रहे हैं। यदि डबल इंजन लगाने के बाद भी गाड़ी नहीं चल रही है तो लोगों को चाहिए कि इसे बदलकर नए इंजन का इस्तेमाल करें। कांग्रेस का काम मजबूत है। उन्होंने भाजपा पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये लोग कांग्रेस पर सरदार पटेल को हासिये पर रखने का आरोप लगाते हैं। मैं कहता हूं कि देश को सरदार पटेल, नेहरू और महात्मा गांधी ने मिलकर देश को आजादी दिलाई।
फूट डालने भाजपाई पटेल को बनाते मुद्दा
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भाजपा के लोग कांग्रेस में फूट डालने के लिए सरदार पटेल को मुद्दा बनाते हैं। महात्मा गांधी को गोली किसने मारी। इन्ही के लोगों ने महात्मा गांधी को गोली मारी। कांग्रेस अध्यक्ष ने आम आदमी पार्टी के नेता केजरीवाल पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दिल्ली से कुछ और लोग (अरविंद केजरीवाल) भी आकर टांग मार रहे हैं। खड़गे ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर भाजपा के हमलों पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा आगामी लोकसभा चुनाव के लिए नहीं है। इसका मकसद ‘विभाजनकारी ताकतों’ के खिलाफ लोगों को एकजुट करना है। कांग्रेस लोगों को एक विचारधारा से जोड़ने के लिए यात्रा कर रही है। कुछ लोग संविधान में निहित मूल्यों को खतरे में डालने की कोशिश कर रहे हैं। यह यात्रा ऐसे देश विरोधी लोगों को खिलाफ एकजुटता के लिए है। सनद रहे हाल ही में भाजपा ने इस यात्रा को ‘पद पाने’ के लिए यात्रा करार दिया था।
इससे पहले शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर आरएसएस के फरमानों के आगे घुटने टेकने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा था कि सरकार ने स्वयं और अपने संस्थानों को पूरी तरह से आरएसएस के फरमानों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। आरएसएस एक ऐसा संगठन है जो समाज सेवा की आड़ में घृणित प्रचार को आगे बढ़ाता है। भाजपा-आरएसएस की स्वाभाविक प्रवृत्ति केवल तोड़फोड़ करने की है। उनकी एकमात्र प्रेरणा देश को धार्मिक, जाति और सांप्रदायिक आधार पर विभाजित करना है।
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