रेलवे का बड़ा फैसला
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे की ओर से बड़ा फैसला किया जा रहा है। दरअसल, भारतीय रेलवे ने एसी इकोनॉमी (3ई) कैटेगरी को खत्म करने का फैसला किया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस नई कैटेगरी को पेश करने के 14 महीने बाद भारतीय रेलवे ट्रेनों में एसी इकोनॉमी (3ई) क्लास को खत्म करने का फैसला किया है। रेलवे के इस फैसले के बाद अब 3 (ई) क्लास को एसी-3 में मिला दिया जाएगा। बताया जाता है कि इस बोगी को आधिकारिक तौर पर 3 (ए) कहा जाता है। एसी-3 टियर का किराए में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा, इसका शुल्क वही रहेगा। रेलवे ने सितंबर 2021 में 3 (ई) को क्लास के तौर पर शुरू करते हुए ऐलान किया था। उस समय रेलवे ने कहा था कि नए शुरू किए गए कोचों में किराया सामान्य एसी-3 कोच से 6 से 8 फीसदी कम होगा।
इसलिए बनाया कहा था एसी-3 इकोनॉमी
भारतीय रेलवे की ओर से थर्ड एसी की तरह एसी-3 इकोनॉमी कोच को शुरू करने का मकसद था कम कीमत में आरामदायक और सुविधायुक्त सफर। इन कोचों में मोबाइल फोन और मैगजीन होल्डर समेत फायर सेफ्टी के लिए भी आधुनिक सुविधाएं मौजूद होती है। इसके अलावा कोच में निजी तौर पर पढ़ने के लिए लाईट, एसी वेंट, यूएसबी पॉइंट, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध रहती है।
—
दोनों कोच में क्या है अंतर
एसी 3 इकोनॉमी (3ई) और एसी 3 टियर (3ए) साधारण रूप से कोई खास अंतर नहीं है, लेकिन कुछ मामलों में एसी3 इकोनॉमी (3ई) एसी 3 टियर (3 ए) से अलग है। अंतर की बात करें तो दोनों कोच में सबसे बड़ी अंतर सीटों का है। एसी 3 टियर के मुकाबले एसी 3 इकोनॉमी में सीटों की संख्या काफी ज्यादा है। एसी एसी 3 टियर (3ए) में बर्थों की संख्या 72 है, जबकि, एसी3 (3ई) में बर्तों की संख्या 83 है।
000

