-छतरपुर एनक्लेव स्थित तालाब में छुपाया अपना गुनाह
- सबूतों का पता लगाने कई राज्यों में खाक छान रही दिल्ली पुलिस
- पांच राज्यों तक पहुंचा श्रद्धा मर्डर केस में पुलिस की जांच का दायरा
(फोटो : तालाब)
नई दिल्ली। श्रद्धा मर्डर केस में पुलिस की जांच का दायरा फैलता जा रहा है। इस हत्याकांड का सबसे बड़ा राजदार चुप है। .. खामोश है। क्योंकि वो राजदार ही गुनहगार है। आफताब के गुनाहों का कच्चा चिट्ठा खोलने के लिए पुलिस की टीमें लगातार पड़ताल में जुटी हैं। रविवार को दिल्ली पुलिस नगर निगम के कर्मचारियों के साथ एक तालाब को खाली कराने में लगी है। दरअसल, पुलिस को पुख्ता जानकारी मिली है कि आरोपी ने छतरपुर एनक्लेव स्थित तालाब में श्रद्धा का सिर फेंका था, जिसे खाली करने और श्रद्धा के सिर की तलाश में कई लोगों की टीम मशीनरी के साथ जुटी है। यूं तो आफताब ने पुलिस के सामने ये तो मान लिया है कि उसने श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए, उन्हें अपने फ्लैट में फ्रीज में रखा और कई दिनों तक उन टुकड़ों को ठिकाने लगाता रहा। लेकिन जिन सवालों के इर्द-गिर्द पुलिस भटक रही है, वो ये कि उन टुकड़ों को आफताब ने कहां ठिकाने लगाया। कहां श्रद्धा का सिर फेंका और कहां उसके कपड़े फेंके। कहां वो हथियार फेंका, जिससे उसने श्रद्धा को बेरहमी से मार डाला. इन सबूतों का पता लगाने के लिए दिल्ली पुलिस कई राज्यों में खाक छान रही है। दिल्ली पुलिस को जंगलों से अलग-अलग किस्म की हड्डियों के 17 टुकड़े मिल चुके हैं। जिन्हें जांच के लिए भेजा गया है। फोरेंसिक एक्सपर्ट्स का कहना है कि इनको देखकर आसानी से पहचाना जा सकता है कि ये इंसान की हैं। हालांकि इन हड्डियों को श्रद्धा की हड्डियां साबित करना अभी भी एक बड़ी चुनौती है।
दिल्ली में हुआ था मर्डर
श्रद्धा मर्डर केस की जांच का दायरा 5 राज्यों तक जा पहुंचा है। दिल्ली में श्रद्धा का मर्डर हुआ था। मुंबई में दोनों की दोस्ती परवान पर चढ़ी थी। दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक मामले की जांच पड़ताल चल रही है। अब सबूतों की तलाश हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा में भी हो रही है। लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है। श्रद्धा मर्डर केस का हिमाचल से बड़ा कनेक्शन है। दरअसल, मई में श्रद्धा का मर्डर हुआ था और आफताब श्रद्धा के साथ 6 अप्रैल को कुल्लू में थी। वहां दोनों मणिकरण के तोष गांव में रूके थे. दिल्ली पुलिस को शक है कि ऋषिकेश में भी अहम सुराग मिल सकते हैं।
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आफताब का परिवार हुआ अंडरग्राउंड
पुलिस को आरोपी के परिवार की भी तलाश है, घर शिफ्ट करने के बाद से जिनका कोई अता-पता ही नहीं है। परिवार की तलाश में महाराष्ट्र की नया नगर पुलिस और मानिकपुर पुलिस ने भी टीमें गठित की हैं। सूत्रों के मुताबिक आफताब के परिवार ने कुछ समय पहले ही नया नगर में एक मकान किराए पर लिया था। लेकिन अब परिवार वहां नहीं है। आफताब के माता-पिता और भाई का फोन भी बंद बताया जा रहा है। वहीं आरोपी के दोस्तों को भी उसके परिवार के बारे में कोई जानकारी नहीं है। दरअसल, मामले से जुड़ी एक गवाह ने दावा किया था कि आऱोपी के परिवार को श्रद्धा के साथ रोज-रोज हो रही मारपीट के बारे में जानकारी थी और उन्हीं ने आफताब को संरक्षण दे रखा था।
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