नई दिल्ली। इंडोनेशिया के बाली में हुए जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर हुई चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और जस्टिन ट्रूडो के बीच बातचीत पर बीजिंग की प्रतिक्रिया आई है। चीनी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करके बताया है कि ट्रूडो के साथ बातचीत वाले वीडियो में शी किसी की आलोचना या फिर दोष नहीं दे रहे थे। दरअसल, जिनपिंग ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो साथ हुई मुलाकात में नाराजगी जताई थी कि उनकी पहले की भेंट में हुई बातचीत मीडिया में लीक हो गई। यह पूरी घटना टीवी कैमरों पर कैद हो गई थी, जिसमें देखा जा रहा था कि जिनपिंग ट्रूडो से नाराज हैं और मीडिया लीक को लेकर आपत्ति जता रहे थे।
दुनियाभर में जिनपिंग के इस रवैये को लेकर आलोचना की गई थी। इससे चीनी राष्ट्रपति की काफी फजीहत हुई। जिनपिंग के सार्वजनिक तौर पर बातचीत करने के तरीके को लेकर सवाल किए जाने लगे थे। इस पूरी घटना पर सफाई पेश करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा, ”शी ट्रूडो वाले वीडियो में किसी की आलोचना या फिर दोष नहीं दे रहे हैं।” चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ”मुझे नहीं लगता कि इसे शी जिनपिंग की आलोचना या किसी पर दोषारोपण के रूप में व्याख्यायित किया जाना चाहिए।”
‘चर्चा को अखबार में किया जाता है लीक’
चीनी राष्ट्रपति ने जी-20 बैठक के समापन सत्र के इतर एक ट्रांसलेटर के जरिए ट्रूडो से कहा था, ”हम हर जिस चीज पर चर्चा करते हैं उसे अखबार को लीक कर दिया जाता है। यह उचित नहीं है।” उन्होंने कहा, ”यह संवाद का तरीका नहीं है। अगर गंभीरता हो तो हमारे बीच अच्छी बातचीत हो सकती है, अन्यथा मुश्किल होगी।” जिनफिंग ने चीनी भाषा में यह बात कही जिसका अनुवाद अंग्रेजी में करके उनके आधिकारिक ट्रांसलेटर ने इसे ट्रूडो से कहा।
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