केंद्र सरकार ने जारी की नई गाइडलाइन
नई दिल्ली। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि हवाई यात्रा के दौरान मास्क पहनना अनिवार्य नहीं है, लेकिन कोरोना वायरस मामलों की घटती संख्या के बावजूद उन्हें मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए। अब तक उड़ानों में यात्रा करते समय मास्क का उपयोग अनिवार्य था।
एयरलाइन को जारी एक संचार में मंत्रालय ने कहा कि यह निर्णय सरकार की कोविड-19 प्रबंधन प्रतिक्रिया के लिए एक श्रेणीबद्ध दृष्टिकोण की नीति के अनुरूप लिया गया है। इसमें कहा गया है, अब से इन उड़ानों में केवल यह उल्लेख किया जा सकता है कि कोविड-19 महामारी के खतरे के मद्देनजर सभी यात्रियों को मास्क/फेस कवर पहनने को प्राथमिकता देनी चाहिए। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि हवाई यात्रा के दौरान मास्क या फेस कवर के जरूरी इस्तेमाल को लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ परामर्श लिया गया था। जिसके बाद ही यात्रियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य नहीं करने का निर्णय लिया गया।
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कोरोना संक्रमण का ऐसा हाल
अद्यतन आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 7,561 रह गई है, जो कुल मामलों का 0.02 प्रतिशत है। वहीं, मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.79 प्रतिशत है। देश में अभी तक कुल 4,41,28,580 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि कोविड-19 से मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है।
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सरकार बोली- आपकी मर्जी है, सावधानी बरतें
अब नए आदेश में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि हवाई यात्रा के दौरान मास्क पहनना अनिवार्य नहीं है। सरकार ने ऐसी सलाह दी है कि कोरोना वायरस मामलों की घटती संख्या के बावजूद उन्हें मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए।
महिला ने हवाईअड्डे पर शिशु को दिया जन्म
दिल्ली हवाईअड्डे के टर्मिनल तीन पर बुधवार को एक महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया। गर्भवती महिला और उसके पति को मंगलवार को कर्नाटक के हुब्बली जाने के लिए उड़ान भरनी थी, लेकिन हवाई अड्डे पर विमान का इंतजार करते समय महिला को प्रसव पीड़ा उठी और उसने एक लड़के को जन्म दिया। शिशु के जन्म के दौरान महिला की मदद करने वाले चिकित्सक डॉ. प्रवीण सिंह ने बताया कि प्रसव पीड़ा उठने पर महिला को टर्मिनल तीन में चिकित्सा सुविधा केंद्र लाया गया, जहां उसने बच्चे को जन्म दिया। सिंह ने बताया कि महिला को सुबह नौ बजकर 20 मिनट पर चिकित्सा सुविधा केंद्र लाया गया था और उसने सुबह करीब नौ बजकर 40 मिनट पर बच्चे को जन्म दिया। चिकित्सक ने दावा किया कि दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के मेदांता क्लीनिक में जन्मा यह पहला शिशु है।
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