मुंबई। महाराष्ट्र के ठाणे में देर रात शिवसेना के शिंदे व उद्धव ठाकरे गुट के समर्थकों के बीच भिड़ंत हो गई। दोनों गुटों के समर्थकों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए और मारपीट करने लगे। इस बीच मौके पर पहुंची पुलिस ने लाठीचार्ज कर लोगों को वहां से हटाया। अधिकारियों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, पुलसि ने दोनों गुटों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
जानकारी के अनुसार शिंदे और उद्धव गुट समर्थकों के बीच सोमवार देर रात जमकर हाथापाई हुई। ये घटना किसन नगर इलाके की बतायी जा रही है।
दरअसल वहां उद्धव गुट के नवनियुक्त पदाधिकारियों का अभिनंदन किया जा रहा था कि तभी शिंदे गुट के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और ठाकरे गुट के सदस्यों से मारपीट शुरू कर दी। दोनों गुटों के बीच हुई झड़प के बाद पुलिस ने लाठी चार्ज किया, पार्टी के दोनों सदस्यों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए। इस मामले में दोनों गुटों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है।
लोगों के एक समूह ने थाने के बाहर पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के समर्थकों पर कथित रूप से हमला किया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठी बरसायी। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया।
राजन विचारे ने शिंदे गुट समर्थकों पर लगाया गुंडागर्दी का आरोप
लोकसभा सदस्य राजन विचारे, जो उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट का समर्थन करते हैं, ने ठाणे शहर में एक कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना खेमे के समर्थकों द्वारा कथित तौर पर गुंडागर्दी करने का आरोप लगाया है, प्रतिद्वंद्वी समूह ने इस आरोप से इनकार किया है।
घटना के कुछ वीडियो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। मीडिया से बात करते हुए विचारे ने शिंदे गुट के समर्थकों द्वारा कथित गुंडागर्दी की निंदा की और कहा कि उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस उपायुक्त अमरसिंह जाधव से की थी।
हालांकि, शिंदे समूह के प्रवक्ता और पूर्व मेयर नरेश म्हास्के ने विचारे के आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि सब कुछ “उन्हें बदनाम करने के लिए सुनियोजित” था। ठाकरे खेमे के सदस्यों ने कार्यक्रम स्थल पर परेशानी पैदा की थी।

