आज बड़े लक्ष्य तय कर रहा है भारत, सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकोनॉमी है यह

-जी-20 : बाली में भारतवंशियों से बोले मोदी- आज भारत छोटा सोचता ही नहीं है

  • भारत के टैलेंट ने बनाई आज दुनिया में बनाई अपनी पहचान

-2014 के बाद के भारत में आया बहुत बदलाव

बाली (इंडोनेशिया)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान बाली में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि जिस जगह के साथ भारत का हजारों वर्षों से रिश्ता रहा हो, जहां सैकड़ों पीढ़ियां गुजर गई, लेकिन जहां के लोगों ने अपनी परंपरा को जीवित रखा वहां के लोग, उस धरती पर आकर एक अलग ही आनंद मिलता है। पीएम मोदी ने कहा कि कई पीढ़ियां गुजर गईं लेकिन आपने कभी भी अपनी परंपरा को ओझल नहीं होने दिया।

पीएम मोदी ने कहा कि आज का भारत छोटा सोचता ही नहीं है। आज भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकोनॉमी है। आज भारत बड़े लक्ष्य तय कर रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत का टैलेंट, भारत की तकनीक, भारत का इनोवेशन और भारत की इंडस्ट्री ने आज दुनिया में अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि 2014 के पहले और 2014 के बाद भारत में स्पीड और स्केल का बहुत बड़ा फर्क आया है। आज भारत अभूतपूर्व स्पीड से काम कर रहा है और अप्रत्याशित स्केल पर काम कर रहा है।

कोरोनाकाल है गवाह

पीएम मोदी ने कहा कि कोरोनाकाल में हमने देखा है कि भारत ने दवाइयों से लेकर वैक्सीन तक जरूरी संसाधनों के लिए आत्मनिर्भरता हासिल की और इसका लाभ पूरी दुनिया को मिला. भारत की सामर्थ्य ने कितने ही देशों के लिए एक सुरक्षा कवच का काम किया। उन्होंने कहा कि हमनें अपने देश के नागरिकों को कोरोना का मुफ्त वैक्सीन लगवाया। मोदी ने कहा कि भारत और इंडोनेशिया 90 नॉटिकल मील दूर नहीं है, बल्कि हम 90 नॉटिकल मील पास हैं। उन्होंने कहा कि भारत और इंडोनेशिया एक दूसरे के सुख-दुख के साथी रहे हैं।


यूक्रेन में युद्ध-विराम के रास्ते पर लौटने का तलाशना होगा तरीका

प्रधानमंत्री मोदी ने ऊर्जा आपूर्ति पर किसी तरह के प्रतिबंध को बढ़ावा नहीं देने की जरूरत को मंगलवार को रेखांकित किया और स्थिरता सुनिश्चित करने का आह्वान करते हुए एक बार फिर कूटनीति के जरिए यूक्रेन विवाद को सुलझाने पर जोर दिया। मोदी ने वार्षिक जी20 शिखर सम्मेलन के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन, कोविड-19 वैश्विक महामारी और यूक्रेन संकट के कारण उत्पन्न वैश्विक चुनौतियों ने दुनिया में तबाही मचा दी है और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला ‘‘चरमरा” गई है। प्रधानमंत्री ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के मद्देनजर रूसी तेल व गैस की खरीद के खिलाफ पश्चिमी देशों के आह्वान के बीच ऊर्जा आपूर्ति पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाने का आह्वान किया।

ऊर्जा बाजार में स्थिरता हो सुनिश्चित

खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा पर बुलाए सत्र में मोदी ने कहा, ‘‘ भारत की ऊर्जा-सुरक्षा वैश्विक विकास के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। हमें ऊर्जा की आपूर्ति पर किसी प्रतिबंध को बढ़ावा नहीं देना चाहिए और ऊर्जा बाजार में स्थिरता सुनिश्चित की जानी चाहिए।” इस सत्र में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव सहित कई विश्व नेताओं ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि भारत स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण के लिए प्रतिबद्ध है।

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