भाजपा में बगावत का आगाज, दो बार के विधायक सोलंकी आप में शामिल

अहमदाबाद। गुजरात भाजपा को आज उस वक्त झटका लगा जब पार्टी के दो बार के विधायक केसरीसिंह सोलंकी ने टिकट नहीं मिलने पर पार्टी छोड़ दी। सोलंकी आप में शामिल हो गए हैं। सोलंकी गुजरात के खेड़ा जिले की मातर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। गुजरात में अगले माह चुनाव हैं और भाजपा ने बड़ी संख्या में सिटिंग एमएलए की टिकिट काट दी है। इससे बड़े पैमाने पर बगावत का खतरा मंडरा रहा है। गुजरात आप के अध्यक्ष गोपाल इटालिया ने ट्विटर कर कहा कि केसरीसिंह सोलंकी आप में शामिल हो गए है। इटालिया ने ट्वीट में कहा कि सोलंकी, मटर विधानसभा के एक लोकप्रिय, मेहनती और निडर विधायक हैं। वे आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की ईमानदार राजनीति से प्रेरित होकर आप में शामिल हुए हैं। मैं सोलंकी का दिल से स्वागत करता हूं। हम साथ में गुजरात में एक ईमानदार सरकार बनाएगी। उन्होंने एक तस्वीर भी साझा की है, जिसमें उन्हें सोलंकी का स्वागत करते हुए दिखाया गया है।

कल्पेश परमार भाजपा प्रत्याशी

गुजरात में सत्तारूढ़ भाजपा ने गुरुवार को 160 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की है। इसमें पार्टी ने कल्पेश परमार को मातर सीट से टिकट दिया गया है। सोलंकी यहां से 2014 और 2017 में भाजपा के टिकट पर जीते थे।

कांग्रेस से हुआ गठबंधन, 3सीटों पर लड़ेगी राकांपा

कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने अगले महीने होने वाले गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव पूर्व गठबंधन किया है, जिसके तहत शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी राज्य की कुल 182 सीटों में से तीन पर चुनाव लड़ेगी। दोनों पक्षों ने शुक्रवार को ये घोषणा की। 2017 के विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों ने अलग-अलग गुजरात चुनाव लड़ा था। एनसीपी के कंधल जडेजा पार्टी से जीतने वाले एकमात्र विधायक थे। वह पोरबंदर जिले की कुटियाना विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। गठबंधन के बारे में घोषणा करते हुए गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने कहा कि राकांपा कांग्रेस के साथ गठबंधन में राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी। राकांपा तीन सीटों – उमरेठ (आनंद जिला), नरोदा (अहमदाबाद) और देवगढ़ (दाहोद जिला) पर चुनाव लड़ेगी।

रवींद्र जडेजा की पत्नी को बनाया उम्मीदवार, बहन नाराज

गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जामनगर सीट पर भारतीय क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा को उम्मीदवार बनाया है। वहीं इसी इलाके में क्रिकेटर की बहन नयनाबा जडेजा कांग्रेस के लिए प्रचार कर रही हैं। लेकिन उन्हें अभी तक टिकट नहीं मिला है। जडेजा की बहन ने अपनी भाभी को उम्मीदवार बनाने पर कहा है कि भाजपा को इससे नुकसान होगा। नयनाबा ने कहा कि मुझे लगता है अगर बीजेपी इस सीट पर नया चेहरा लाती है तो यह सीट कांग्रेस को जाएगी । केवल पैसे से चुनाव नहीं जीत सकते।

हिमाचल के हर चौथे उम्मीदवार पर क्रिमिनल केस

शिमला। हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार थम चुका है। पहाड़ी राज्य में आगामी 12 नवंबर को नई सरकार चुनने के लिए मतदान होगा और 8 दिसंबर को परिणाम घोषित होंगे। आपको बता दें, इस चुनाव में कुल 412 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिनमें से 94 प्रत्याशियों के ऊपर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जोकि कुल प्रत्याशियों का 23 प्रतिशत है। यानी, लगभग हर चौथे उम्मीदवार पर क्रिमिनल केस दर्ज है। इन 94 प्रत्याशियों में से 50 प्रत्याशी तो ऐसे हैं, जिनपर हत्या, हत्या के प्रयास, दंगा, आगज़नी जैसे गंभीर आरोपों में मामले दर्ज हैं। राजनीतिक दलों के हिसाब से बात करें तो भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और सीपीआई (एम) कोई भी दल इस आंकड़ें में पीछे नहीं है। राज्य में सीपीआई (एम) कुल 11 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, इनमें से 7 सीटों पर उसने दागी प्रत्याशी उतारे हैं, जोकि कुल संख्या का 64% है। इसके बाद इस सूची में कांग्रेस का नाम आता है, जिसके 68 प्रत्याशियों में से 36 प्रत्याशी दागी हैं, यह आंकड़ा कुल संख्या का 53% होता है। अंत में इस सूची में बसपा का नाम आता है, जिसके 2 प्रतिशत प्रत्याशी दागी हैं। तीसरे स्थान पर भाजपा और आम आदमी पार्टी संयुक्त रूप से क्रमश: (68 में से 12 दागी प्रत्याशी), (67 में से 12 दागी प्रत्याशी) आते हैं।

हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामले

इन चुनावों में 2 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनके ऊपर आईपीसी की धारा के तहत हत्या का मामला दर्ज है, वहीं 5 प्रत्याशी ऐसे हैं जिन पर महिला उत्पीड़न, शोषण और बदसलूकी जैसे मामले दर्ज हैं। इसके अलावा 3 प्रत्याशियों पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज है। इन प्रत्याशियों के चलते राज्य के कुल 13 प्रतिशत विधानसभा क्षेत्र (9) ‘रेड अलर्ट’ श्रेणी में हैं। जानकारी के लिए बता दें कि रेड अलर्ट विधानसभा क्षेत्र वह होता है, जहाँ के तीन या उससे अधिक प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होते हैं।

मुलायम की सीट पर आमने-सामने होंगी दो बहुएं!

लखनऊ। सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उनकी लोकसभा सीट मैनपुरी पर हो रहे उपचुनाव पर समाजवादी पार्टी ने डिंपल यादव को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, अटकलें लगाई जा रही है कि भारतीय जनता पार्टी की ओर से मुलायम सिंह यादव के बेटे प्रतीक की पत्नी अपर्णा को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। अपर्णा यादव की भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से मुलाक़ात के बाद अटकलों ने ज़ोर पकड़ा है। यह मुलाकात गुरुवार शाम को हुई थी। अपर्णा यादव ने ट्वीट कर खुद यह जानकारी दी। हालांकि, अपर्णा और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चौधरी के बीच क्या बातचीत हुई इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है। सीएम योगी की अध्यक्षता में शनिवार को प्रदेश बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक होगी। इस बैठक में मैनपुरी के लिए उम्मीदवार के नाम पर चर्चा होगी। हालांकि, नाम पर मुहर दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति लगाएगी।

‘आप’ ने जारी किया घोषणापत्र, दी 10 गारंटी

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनावों के लिए शुक्रवार को ‘आप’ का घोषणापत्र जारी कर दिया। केजरीवाल ने ‘आप’ मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एमसीडी के लिए ‘केजरीवाल की दस गारंटी’ दी हैं। सीएम केजरीवाल ने शुक्रवार को 4 दिसंबर को होने वाले एमसीडी चुनावों के लिए ‘आप’ की 10 गारंटियों की घोषणा की, जिसमें दिल्ली में तीनों लैंडफिल साइटों को साफ करना, नगर निगम में भ्रष्टाचार खत्म करना और निगम कर्मियों को समय पर सैलरी का भुगतान जैसी गारंटियां शामिल है। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा ने एमसीडी में अपने 15 साल के कार्यकाल में कुछ नहीं किया, जबकि ‘आप’ हमेशा अपने वादों को पूरा करती है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा दिल्ली नगर निगम चुनाव में 20 से अधिक सीटें नहीं जीतेगी। दिल्ली के 250 वार्ड वाले निगम के लिए चार दिसंबर को चुनाव होगा और मतों की गिनती सात दिसंबर को होगी।

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