अहमदाबाद। गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। सीनियर लीडर और 10 बार के विधायक मोहन सिंह राठवा ने मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि राठवा पिछले कुछ दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे थे। राठवा बीजेपी में शामिल हो गए हैं। इससे पहले मई में मोहन सिंह राठवा (78 साल) ने चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि अब मैं युवाओं को मौका देना चाहता हूं।
ऐसा रहा है सियासी सफर
मोहन सिंह राठवा दो बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके है। 1980 और 1985 में उन्होंने छोटा उयदयपुर में जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार अमर सिंह राठवा के खिलाफ चुनाव लड़ा था। हालांकि, अपने राजनीतिक जीवन में उन्हें पहली बार हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, 2002 के गुजरात विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। इस दौरान तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी और गुजरात में हुए सांप्रदायिक दंगों के बीच मोहन सिंह राठवा को बीजेपी के प्रत्याशी ने रोक दिया था। हालांकि, उसके बाद वो जीतते आ रहे थे।
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गुजरात में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका
गुजरात विधानसभा चुनाव होने से पहले से आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका लग गया है। पार्टी ने शुक्रवार (4 नवंबर) की सुबह में ही इसुदान गढ़वी को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया था। उसके बाद से ही पार्टी में बड़े नेता इंद्रनील राजगुरू ने पार्टी में विरोध शुरू कर दिया था। अब वो आम आदमी पार्टी छोड़कर वापस कांग्रेस में चले गए. वह राजकोट पूर्व से विधायक रह चुके हैं। इसुदान गढ़वी ने हाल ही में अपने पत्रकारिता करियर को छोड़कर राजनीति के पिच पर अपना भविष्य आजमाने के लिए उतरे हैं। राजगुरु के पार्टी छोड़ने से आप को गुजरात के सौराष्ट्र इलाके में बड़ा झटका लगा है। जहां वह पार्टी में पैसा और पावर दोनों रूप से मजबूत थे। राजगुरू को गुजरात सबसे अमीर विधायकों में गिना जाता है। 2017 के चुनाव में राजगुरु ने अपनी कुल संपत्ति का ब्योरा लगभग 140 करोड़ रुपये दिया था।
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शाह ने किया मोदी के प्रयासों का वीडियो साझा
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात में जल आपूर्ति सुदृढ़ करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किये गये प्रयासों को रेखांकित करने के लिहाज से मंगलवार को एक लघु वीडियो साझा किया। शाह ने ट्वीट किया कि 21 वर्ष पहले पानी की बूँद-बूँद को तरसते गुजरात के हर घर को आज नल से जल मिल रहा है।उन्होंने कहा कि गुजरात से जल संकट दूर करने की मोदी जी की दूरदर्शिता और परिश्रम को दर्शाते इस वीडियो को हर देशवासी व विशेषकर गुजरात की युवा पीढ़ी को अवश्य देखना चाहिए। वीडियो में दिखाया गया है कि राज्य में जलस्तर 1975 में 30 मीटर था जो 2001 में गिरकर 200 मीटर नीचे पहुंच गया था। इसी साल मोदी राज्य के मुख्यमंत्री बने थे।
विवादित वंजारा ने बनाई नई पार्टी, सभी सीटों पर लड़ेंगे चुनाव
(फोटो)
कभी नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी माने जाने वाले गुजरात के चर्चित पूर्व आईपीएस अधिकारी ने अब सियासत में कदम रख दिया है। उन्होंने ‘प्रजा विजय पक्ष’ के नाम से नई राजनीतिक पार्टी बनाई है। ‘प्रजा विजय पक्ष’नाम की राजनीतिक पार्टी का ऐलान करते हुए डीजी वंजारा ने कहा वो गुजरात विधानसभा की सभी (182 सीटों) पर चुनाव लड़ेंगे। वंजारा ने अपने ट्विटर हैंडल पर गुजराती भाषा में अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान करते हुए कहा, ‘गुजरात से भय और भ्रष्टाचार के शासन को समाप्त करने और आने वाले कल में “निर्भय प्रजाराज” की स्थापना के लिए एक नए राजनीतिक विकल्प के रूप में हमने पार्टी बनाई है।
ये है विवाद
अहमदाबाद में वंजारा की पोस्टिंग के दौरान उन्होंने लगभग 20 लोगों के एनकाउंटर किया था। बाद में सीबीआई जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि ये सभी एनकाउंटर फर्जी थे। वो तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के काफी करीबी थे। फर्जी एनकाउंटर मामले में डीजी वंजारा को लगभग 8 सालों तक अहमदाबाद की साबरमती सेंट्रल जेल में रहना पड़ा था। बाद में वंजारा ने तत्कालीन गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी और तत्कालीन गुजरात के गृहमंत्री अमित शाह पर पुलिस सिस्टम का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था।
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