इमरान पर जानलेवा हमला, आजादी मार्च में फायरिंग, पूर्व पीएम सहित 7 घायल

फोटो इमरान खान व सेंट्रल में बाहर भी इमरान खान नाम से ………..

लाहौर। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के आजादी मार्च में पंजाब प्रांत के वजीराबाद में फायरिंग की घटना हुई है। इस फायरिंग में इमरान खान को पैरों में गोली लगी है। इस हमले में इमरान खान समेत 7 लोग घायल हो गए जबकि एक शख्स की मौत की खबर है। इमरान खान को लाहौर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां डॉक्टरों की एक टीम उनका इलाज कर रही है। इमरान खान पर उस वक्त हमला हुआ जब वह लॉन्ग मार्च निकाल रहे थे। इसी दौरान भीड़ में मौजूद एक शख्स ने फायरिंग शुरू कर दी।

गौरतलब है कि इमरान खान पाकिस्तान की मौजूदा शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। इसी बीच तोशखाना मामले में इमरान को दोषी करार दिया गया। इसके बाद उनकी तरफ से लॉन्ग मार्च की शुरुआत की गई। इसी मार्च के तहत आज पंजाब प्रांत के वजीराबाद में रैली के दौरान हमलावर ने फायरिंग की घटना को अंजाम दिया।

अल्लाह ने मुझे नई जिंदगी दी : इमरान

हमले में घायल इमरान खान का लाहौर के अस्पताल में डॉक्टरों की एक टीम इलाज कर रही है। इमरान खान ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा कि उनका हौसला बुलंद है और वे पूरी ताकत के साथ लड़ेगे। उन्होंने कहा-अल्लाह ने मुझे नयी जिंदगी दी है। मैं दोबारा पूरी ताकत से लड़ूंगा।

एके 47 से फायरिंग करने वाला गिरफ्तार

इस फायरिंग में इमरान खान के अलावा पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अन्य नेता भी घायल हुए हैं। बताया जाता है कि इमरान खान पर एके 47 से फायरिंग की गई है और उनके दोनों पैर में गोली लगी है। हमले का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें एक हमलावर हाथ में एके 47 लिए हुए नजर आ रहा है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।

इमरान की संसद सदस्यता हो चुकी है रद्द

वैसे जिस मामले को लेकर इमरान खान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, वो 2018 का है। असल में पाकिस्तान चुनाव आयोग ने तोशखाना मामले में देश के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की संसद सदस्यता रद्द कर दी। खान पर आरोप है कि उन्होंने प्रधानमंत्री रहते हुए जो तोहफे लिए थे, उसके बारे में गलत जानकारी दी।

क्या है महंगे गिफ्ट बेचने का मामला

असल में इमरान खान 2018 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने थे तब उन्हें अरब व यूरोपीय देशों की यात्राओं के दौरान वहां के शासकों से महंगे गिफ्ट मिले थे। इन उपहारों को इमरान ने तोशाखाना में जमा करा दिया था। इमरान खान ने बाद में तोशाखाना से इन्हें सस्ते दामों पर खरीदा और बड़े मुनाफे में बेच दिया। इस पूरी प्रक्रिया को उनकी सरकार ने बकायदा कानूनी अनुमति दी थी। आरोप लगा कि इमरान को कुल 5.8 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। इसी मामले में इमरान की सदस्यता रद्द करने का फैसला हुआ।

28 अक्टूबर से शुरू हुआ आजादी मार्च

उस फैसले के बाद ही इमरान खान ने शरीफ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और 28 अक्टूबर को लाहौर से आजादी मार्च शुरू किया गया। जगह-जगह इमरान बड़ी रैली कर जनता को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं। आर्मी से लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं।

सरकार के खिलाफ निकाल रहे आजादी मार्च

जानकारी के लिए बता दें कि इमरान इस समय वर्तमान सरकार के खिलाफ सड़क पर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। जब से तोशखाना मामले में इमरान दोषी पाए गए हैं, उनकी तरफ से आजादी मार्च की शुरुआत की गई है। इसी कड़ी में गुरुवार को भी उनकी आजादी मार्च निकाली गई थी। रैली में हुई फायरिंग में उनके अलावा पूर्व राज्यपाल इमरान इस्मेल भी इस गोलीबारी में घायल हुए हैं।

पार्टी ने कहा- वो आखिरी सांस तक लड़ेंगे

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के फैसल जावेद ने वारदात को लेकर कहा, ”इमरान खान हमारी रेड लाइन हैं। आज वो रेड लाइन क्रॉस करने की कोशिश की गई है। आप इमरान खान को अभी जानते नहीं। वो आखिरी सांस तक लड़ेंगे और उसकी कौम भी आखिरी सांस तक लड़ेगी। ये मार्च हर सूरत में जारी रहेगा। असली आजादी की जंग जारी रहेगी।

000

प्रातिक्रिया दे