दिवाली पर 1300 साल बाद सूर्य ग्रहण, छह दिन का दीपोत्सव

—ग्रहों का अति दुर्लभ योग, दिवाली-गोवर्धन पूजा में एक दिन का अंतराल

रायपुर/नई दिल्ली। इस बार का दीपोत्सव पांच के बजाय छह दिनों तक होगा। ऐसा सूर्य ग्रहण के चलते होगा। ज्योतिषियों के अनुसार, 24 अक्टूबर, सोमवार को दीपावली पर्व मनाया जाएगा। इसके अगले ही दिन सूर्य ग्रहण होगा, जिसके चलते गोवर्धन पूजा का पर्व 26 अक्टूबर, बुधवार को मनाया जाएगा। दीपावली और गोवर्धन पूजा के बीच 1 दिन का अंतर होने के चलते ये पर्व 6 दिनों तक मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, 25 अक्टूबर, मंगलवार को होने वाला सूर्य ग्रहण तुला राशि में होगा। ग्रहण के समय बुध कन्या में, शुक्र तुला में, शनि मकर में और गुरु मीन राशि में रहेंगे। इन इन चारों ग्रहों की स्वराशि है। 4 ग्रह स्वराशि में होते हुए सूर्य ग्रहण का संयोग पिछले 1300 सालों में नहीं बना है। गोवर्धन पूजा वाले दिन सूर्य ग्रहण 260 साल पहले हुआ था यानी 17 अक्टूबर 1762 को। इसके बाद 1949, 1967, 1985 को भी दीपावली पर सूर्य ग्रहण का संयोग बन चुका है।

भारत में ग्रहण का समय

ज्योतिषाचार्य पं. शर्मा के अनुसार, भारतीय समयानुसार, सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर, मंगलवार को दोपहर 02.29 से शुरू होगा और शाम 06.32 पर अरब सागर पर खत्म होगा। भारत में ग्रहण का आरंभ शाम को 4.22 से होगा और सूर्यास्त के साथ ही ये समाप्त भी हो जाएगा। भारत में ग्रहण का मध्य काल यानी पिक टाइम शाम 05.28 होगा।

इन देशों में दिखाई देगा सूर्य ग्रहण

25 अक्टूबर को होने वाला सूर्य ग्रहण उत्तरी अफ्रीका, यूरोप, मध्य पूर्व और पश्चिम एशिया के कुछ हिस्सों के अलावा मिडिल ईस्ट और वेस्ट एशिया में दिखाई देगा। भारत में यह सूर्य ग्रहण लेह-लद्दाख, जम्मू, श्रीनगर, उत्तराखंड, पंजाब, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश में दिखाई देगा।

छत्तीसगढ़ में ग्रहण कुछ ही समय

तमिलनाडु, कर्नाटक, मुंबई, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड, बंगार और बिहार में थोड़े समय के लिए दिखाई देगा। असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नगालैंड में सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा।

24 घंटे से ज्यादा रहेगा सूतक

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पूर्व से ही शुरू हो जाता है। 25 अक्टूबर की सुबह से ही इस ग्रहण का सूतक काल आरंभ हो जाएगा। ग्रहण का समापन सूर्यास्त के बाद होगा, इसलिए इसका सूतक काल अगले दिन यानी 26 अक्टूबर, बुधवार की सुबह सूर्योदय तक माना जाएगा। इस तरह सूर्य ग्रहण का सूतक काल 24 घंटे से भी अधिक समय तक माना जाएगा।

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