जयपुर। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए मतदान से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए वोट मांगकर सियासी हलकों में नई बहस शुरू कर दी है।कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण की गाइडलाइन के बावजूद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खड़गे को जिताने की अपील करते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो मैसेज शेयर किया है। इसे खड़गे के पक्ष में खुलकर प्रचार माना जा रहा है, जबकि कांग्रेस चुनाव प्राधिकरण की गाइडलाइन के अनुसार कोई नेता पद पर रहते हुए किसी उम्मीदवार का प्रचार नहीं कर सकता है। इस बीच भोपाल पहुंचे अध्यक्ष पद के प्रत्याशी शशि थरूर ने गहलोत के खड़गे के पक्ष में प्रचार करने पर ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इलेक्शन अथॉरिटी के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री को देखना चाहिए कि कहां गलत हो रहा है। वह इसके हिसाब से कार्रवाई करें। गहलोत के अलावा मनीष तिवारी भी खड़गे का समर्थन कर रहे हैं।
कांग्रेस की गाइड लाइन
इससे पहले कांग्रेस चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव काे लेकर 30 सितंबर को ही सात पॉइंट की गाइडलाइन जारी की थी। इसके अनुसार कांग्रेस के प्रभारी महासचिव, प्रभारी सचिव, राष्ट्रीय पदाधिकारी, विधायक दल के नेता, पार्टी के प्रवक्ता अध्यक्ष पद के किसी उम्मीदवार का पद पर रहते हुए प्रचार नहीं कर सकते। अगर उन्हें किसी उम्मीदवार का प्रचार करना है तो पहले उन्हें पद छोड़ना होगा। इस गाइडलाइन के बावजूद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुलकर खड़गे का प्रचार किया हैं।
मतों की गिनती 19 अक्तूबर को
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मतदान 17 अक्तूबर को होना है। मतदान के लिए मतों की गिनती 19 अक्तूबर को होगी। परिणाम उसी दिन आने की उम्मीद है। 9,000 से अधिक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के प्रतिनिधि अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
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