- संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में चल रहा था चर्चित मामला
-11 देशों द्वारा मतदान नहीं करने का मिला लाभ
- पाकिस्तान, यूएई, कतर जैसे मुस्लिम देशों की चीन के समर्थन में वोटिंग
नई दिल्ली। । संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में उइगर मुसलमानों के साथ व्यवहार के मामले में वोटिंग के दौरान चीन को भारत का साथ मिला। चीन के शिनजियांग में मानव अधिकार की स्थिति के मामले में चीन के खिलाफ प्रस्ताव पर मतदान किया गया था। इस दौरान भारत सहित 11 देशों ने मतदान नहीं किया। इससे चीन के खिलाफ लाया गया प्रस्ताव खारिज हो गया। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के ट्वीट किया कि चीन के शिनजियांग के उइगर स्वायत्त क्षेत्र में मानवाधिकारों की स्थिति पर बहस करने के लिए लाए गए मसौदा प्रस्ताव (A/HRC/51/L.6) को खारिज कर दिया गया है।
चीन पर आरोप
दरअसल, मानवाधिकार समूह संसाधन संपन्न उत्तर-पश्चिमी चीनी प्रांत में (मानवाधिकार हनन की) घटनाओं को लेकर सालों से खतरे की घंटी बजाते रहे हैं। इनका आरोप है कि चीन ने 10 लाख से ज्यादा उइगरों को उनकी इच्छा के खिलाफ कथित ‘पुनर्शिक्षा शिविरों’ में हिरासत में रखा है। पश्चिमी देशों का आरोप है कि चीन ने अपने शिंजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों को कैद करके रखा हुआ है। पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में चीन की क्रूरता पर कई सवाल उठाए गए थे।
पश्चिमी देशों को झटका
ह्यूमन राइट्स वॉच में चीन की निदेशक सोफी रिचर्डसन ने कहा, संयुक्त राष्ट्र में ये प्रस्ताव कनाडा, डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे, स्वीडन, यूके और यूएसए की तरफ से पेश किया गया था। चीन के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव के खारिज होने को पश्चिम के लिए झटका माना जा रहा है। यूएनएचआरसी के 47 सदस्य देशों में से 17 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया और 19 सदस्यों ने इसके खिलाफ मतदान किया।
सामने आया मुस्लिम देशों का दोमुंहापन
इस वोटिंग के परिणाम सामने आने के बाद दुनियाभर में मुस्लिम देश भी निशाने पर आ गए हैं। अमेरिकी प्रस्ताव का विरोध करने वाले देशों में पाकिस्तान, दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम जनसंख्या वाला देश इंडोनेशिया, कजाखस्तान, भारत को ज्ञान देने वाला कतर, संयुक्त अरब अमीरात जैसे मुस्लिम देश शामिल थे। इनमें कई ऐसे देश थे जो अक्सर कश्मीर और भारतीय मुस्लिमों को लेकर जहरीले बयान देते रहते हैं। अब इन इस्लामिक देशों के दोमुंआपन की सोशल मीडिया में जमकर किरकिरी हो रही है।
उइगरों मुस्लिमों पर जानें कौन किसके साथ
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में वोटिंग के दौरान जिन देशों ने चीन का साथ दिया, उनकी सूची इस प्रकार है- बोल्विया, कैमरून, चीन, क्यूबा, इरिट्रिया, गैबन, इंडोनेशिया, आइवरी कोस्ट, कजाखस्तान, मौरितानिया, नामिबिया, नेपाल, पाकिस्तान, कतर, सेनेगल, सूडान, यूएई, उज्बेकिस्तान और वेनेजुएला शामिल हैं। जिन देशों ने चीन के खिलाफ वोट दिया उनमें अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, नार्वे, स्वीडन और तुर्की ने शामिल हैं। तुर्की एक इस्लामिक देश है और वह अक्सर उइगर मुस्लिमों के खिलाफ अत्याचार पर आवाज उठाता रहता है।
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स्वामी ने मोदी पर साधा निशाना
चीन के खिलाफ वोटिंग से नदारद रहने के लिए बीजेपी के पूर्व सांसद ने पीएम मोदी पर फिर से कटाक्ष किया है। सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है कि वैसे मोदी सरकार के कामों में कोई दखल नहीं दे सकता। लेकिन चीनी राष्ट्रपति उन्हें लगातार ब्लैकमेल कर रहे हैं। स्वामी इससे पहले भी चीन को लेकर पीएम मोदी पर कई बार निशाना साध चुके हैं। एलएसी पर चीनी घुसपैठ को लेकर वो यहां तक कह चुके हैं कि भारत जिनपिंग से डरकर बैठा है। चीन ने हमारे कई इलाकों पर कब्जा कर लिया है लेकिन मोदी चीन का नाम तक लेने से डरते हैं।
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