हिंदी न्यूज़ झारखंडकांग्रेस विधायक बीच सड़क जल सत्याग्रह पर बैठीं, वीडियो वायरल; सड़क को दुरुस्त करने की मांग
कांग्रेस विधायक बीच सड़क जल सत्याग्रह पर बैठीं, वीडियो वायरल; सड़क को दुरुस्त करने की मांग
उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण और मरम्मत का कार्य केंद्र सरकार के अधीन है। मई महिने में इस सड़क का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था लेकिन अब तक इस पर काम शुरू नहीं हुआ है। विधायक जल सत्याग्राह पर बैठ गई हैं।
कांग्रेस विधायक बीच सड़क जल सत्याग्रह पर बैठीं, वीडियो वायरल; सड़क को दुरुस्त करने की मांग
झारखंड में राष्ट्रीय राजमार्ग-133 की मरम्मत की मांग को लेकर कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह गोड्डा में जल सत्याग्रह पर बैठ गई हैं। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण और मरम्मत का कार्य केंद्र सरकार के अधीन है। मई महिने में इस सड़क का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था लेकिन अब तक इस पर काम शुरू नहीं हुआ है। NHAI का कार्य अब तक शुरू क्यों नहीं हुआ? जब तक इस पर काम शुरू नहीं होगा तब तक हम यहां से नहीं उठेंगे।
कांग्रेस विधायक के जल सत्याग्रह पर बैठने का एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में नजर आ रहा है कि वो एक सड़क पर मौजूद हैं, जहां घुटने तक पानी लगा है। वहां कई अन्य लोग भी मौजूद हैं। अचानक वो जलमग्न सड़क के बीच में बैठ जाती हैं। इसके बाद उनके हाथ में एक बर्तन भी नजर आ रहा है। जिससे वो सड़क का पानी अपने ऊपर डाल रही हैंं।
दीपिका पांडे सिंह गोड्डा जिले के महगामा से विधायक हैं। यहां से सांसद निशिकांत दुबे हैं। दरअसल मरहमा से पिरपैंती जाने वाली एनएच 133 की स्थिति बहुत ही ज्यादा खराब है। यहां गंगा नदी का पानी बरसात में सड़क पर आ गया है। इस सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं और यह पानी अक्सर इन गड्ढों में भर जाता है। सड़क पर लबालब पानी होने की वजह से यहां आसपास के लोगों को काफी परेशानी होती है।
गोड्डा विधायक ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को भी निशाने पर लिया है। मीडिया से बातचीत में विधायक ने कहा कि सड़क मरम्मती का कार्य यहां सांसद निशिकांत दुबे को करवाना चाहिए था। यह मामला राज्य सरकार का नहीं है। उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से गुजारिश की है कि वो इस मामले मं संज्ञान लें और सड़क मरम्मती का रास्ता भी निकालें।
दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि आज यह मजबूरी है कि जनप्रतिनिधियों को खुद सड़क पर उतरना पड़ रहा है। यह मांग सड़क से शुरू हुई है और मैं सदन तक इंतजार नहीं करूंगी। आज से अनिश्चित समय तक मैं यहीं रहूंगी जब तक काम शुरू नहीं हो जाता। मुझे जनता ने प्रतिनिधि चुना है। जुमले की बात करने के लिए नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत की बात और काम करने के लिए। मैं राज्य या केंद्र सरकार से नहीं लड़ रही, मैं जनता की लड़ाई लड़ रही हूं और लड़ती रहूंगी। मेरी मंशा सरकार की छवि को खराब करने की नहीं है, लेकिन इसके सिवा कोई दूसरा रास्ता भी नहीं है। कोई भी व्यक्ति ऐसी परिस्थिति में जनता के हाल को अगर खुद पर अमल करके देखे तो सच समझ में आ जाएगा।

