भारत में जल्द ही फ्लेक्स फ्यूल वाली पहली कार पेश होने जा रही है। इसके बाद पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों की चिंता खत्म हो जाएगी। जानकारी के मुताबिक इस कार को जापानी कार कंपनी टोयोटा बना रही है और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी इसे इसी महीने पेश कर सकते हैं।
पहले ही दिए थे संकेत
इससे पहले पिछले साल जून महीने में ही नितिन गडकरी ने फ्लेक्स फ्यूल से चलने वाली कारों को अनिवार्य करने के संकेत दिए थे। उन्होंने कहा था कि इससे किसानों की मदद होगी और देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
एसीएमए के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने दी जानकारी
ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के 62वें वार्षिक सत्र में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि देश में 35 फीसदी प्रदूषण पेट्रोल, डीजल जैसे जीवाश्म ईंधन से चलने वाले वाहनों से होता है। ऐसे में इथेनॉल जैसे ईंधन विकसित किए जाने चाहिए जिससे प्रदूषण तो कम हो ही साथ में ये जीवाश्म ईंधन के मुकाबले सस्ते और स्वदेशी हों।
सरकार के पास है बड़ी योजना
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार ने साल 2020 में ही फ्लेक्स फ्यूल को लेकर अपनी योजना का खुलासा किया था। 2030 तक 20 फीसदी इथेनॉल की ब्लेंडिंग रखा था जिसे बाद में बदलकर 2025 तक कर दिया गया था।
किन देशों में होता है उपयोग
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्राजील, जर्मनी, फ्रांस, कनाडा और अमेरिका जैसे कुछ देशों में फ्लेक्स फ्यूल वाली कारों का उपयोग होता है। भारत में फ्लेक्स फ्यूल की कार आने के बाद इस लिस्ट में भारत का नाम भी शामिल हो जाएगा और इससे प्रदूषण कम करने में भी मदद मिलेगी।

