बिहार में महागठबंधन सरकार ने जीता विश्वास मत

  • नीतीश ने साधा बीजेपी पर निशाना

पटना। बिहार विधानसभा में आज नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सरकार ने बहुमत साबित कर दिया। लेकिन फ्लोर टेस्ट के दौरान जमकर हंगामा भी हुआ। हंगामा इस कदर बढ़ गया था कि भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने फ्लोर टेस्ट का बहिष्कार कर दिया और वे सदन से बाहर चले गए। वहीं फ्लोर टेस्ट के दौरान सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर जमकर हमले बोले। नीतीश ने यह तक कह दिया कि 2020 में वह सीएम नहीं बनना चाहते थे लेकिन बीजेपी ने ही इसका दबाव बनाया था। बिहार में नीतीश कुमार की महागठबंधन सरकार ने विश्वास मत जीत लिया है। बहुमत होने के बावजूद सत्ता पक्ष ने मतदान करने की मांग की थी, जबकि बीजेपी का कहना था कि जब ध्वनिमत से विश्वास का प्रस्ताव पास हो गया है तो वोटिंग की क्या जरूरत है। लेकिन वोटिंग हुई और बीजेपी ने वोटिंग का बहिष्कार किया। वोटिंग में नीतीश के पक्ष में 160 वोट पड़े।

26 अगस्त को होगा स्पीकर का चुनाव

बिहार में फ्लोर टेस्ट से पहले भी जमकर हंगामा हुआ था। स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने पहले इस्तीफा देने से इनकार किया फिर बाद में फ्लोर टेस्ट से पहले आज इस्तीफा दे दिया। इसके बाद डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी ने फ्लोर टेस्ट कराया। अब 26 अगस्त को नए विधानसभा स्पीकर का चुनाव होगा। इस बीच यह फैसला हो गया है कि विजय सिन्हा अब विधानसभा में नेता विपक्ष होंगे।

2020 में सीएम नहीं बनना चाहता था : नीतीश

अपने संबोधन की शुरुआत से ही नीतीश ने बीजेपी पर हमले जारी रखे। वह बोले कि बीजेपी ने पहले कहा कि नन्दकिशोर यादव को विधानसभा अध्यक्ष बनाएंगे। लेकिन फिर विजय सिन्हा को यह पद दिया गया। नीतीश ने आगे कहा कि 2020 में हमने कहा था कि ज्यादा सीट आप (बीजेपी) जीते हैं तो आपका मुख्यमंत्री बनना चाहिए। लेकिन मुझ पर दवाब दिया गया कि आप ही संभालिए।

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